मंदिर प्रशासन से शिकायत

मुख्य मंदिर प्रशासक अरबिंद पाढ़ी ने बताया कि किटारिस्टी ने मंदिर प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई है. इसमें इलियाना ने आरोप लगाया है कि वे अपनी एक शिष्या के साथ भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए रथ पर चढ़ी थीं. इस दौरान उन्होंने प्रत्येक पुजारी को दानस्वरूप 20 रुपये भी दिए. लेकिन वापस लौटते समय एक सेवक ने प्रत्येक को एक हजार रुपये देने के लिए कहा. रुपये देने से मना करने पर सेवकों ने उन पर हमला कर दिया.

सिर पर तीन बार मारा

इलियाना ने कहा कि सेवकों ने विदेशी-विदेशी चिल्लाते हुए मेरे सिर पर तीन बार मारा. मामले को लेकर मंदिर पुलिस के कमांडर ने घटना के समय रथ पर उपस्थित सेवकों (नंदीघोष) के बारे में पूछताछ की है. मुख्य मंदिर प्रशासक पाढ़ी ने बताया कि मंदिर पुलिस कमांडर की रिपोर्ट के बाद मामले को राज्य पुलिस को सौंप दिया गया है. गौरतलब है कि ओडि़शी नृत्य को बढ़ावा देने में अपने योगदान के लिए इलियाना को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. मंदिर की प्रथा के अनुसार भगवान जगन्नाथ व अन्य के रथ पर किसी विदेशी का चढऩा मना है. हालांकि इस मामले को लेकर बहस जारी है.

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