-कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने को मुख्यमंत्री ने की सतत निगरानी की अपील

-हर जिले के लिए एक वरिष्ठ प्रशासनिक अफसर नामित करने का निर्देश

रुष्टयहृह्रङ्ख: प्रदेश में आ रहे प्रवासी कामगारों के बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिलने और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के तेजी से फैलने की आशंका के मद्देनजर सीएम ने निगरानी समितियों से अपील की है कि वे होम क्वारंटाइन किए गए लोगों के घर पर पोस्टर लगाएं। यह भी सुनिश्चित करें कि ऐसे लोग निर्धारित अवधि तक होम क्वारंटाइन रहें। शुक्रवार को शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए सीएम ने ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखने का निर्देश दिया।

हेल्पलाइन से लें निगरानी की जानकारी

सीएम हेल्पलाइन के जरिये समिति के सदस्यों से उनके निगरानी संबंधी कार्य की जानकारी हासिल करने के लिए कहा। कोरोना आपदा की व्यवस्था के बारे में बातचीत करने के लिए उन्होंने प्रत्येक जिले के लिए एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को नामित करने का निर्देश दिया। यह अधिकारी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के होंगे और संबंधित जिले में एक सप्ताह कैंप कर मौके पर स्थिति की समीक्षा करेंगे। इस काम के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही वन सेवा तथा वाणिज्य कर विभाग के योग्य अधिकारियों की भी सेवाएं लेने के लिए कहा।

वायरोलॉजी लैब की स्थापना करें

प्रदेश में कोरोना वायरस टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाकर रोजाना 10000 तक पहुंचाने के साथ योगी ने हर जिले में एक वायरोलॉजी लैब की स्थापना की कार्ययोजना को तत्काल आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर के संचालन के लिए एनेस्थीसियोलॉजिस्ट व तकनीकी स्टाफ को नामित करते हुए इनकी सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को भी उपलब्ध कराने के लिए कहा.प्रधानमंत्री की ओर से घोषित विशेष आíथक पैकेज की व्यवस्था के क्रम में उन्होंने कहा कि कृषि विभाग ब्लॉक स्तर पर खाद्यान्न की भंडारण क्षमता सृजित करे। किसानों को इसका लाभ मिलेगा।

यूपी में अब तक आ चुके 20 लाख प्रवासी कामगार :

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न माध्यमों से अब तक 20 लाख से ज्यादा प्रवासी कामगार आ चुके हैं। गुजरात से 379 ट्रेनों से 536873, महाराष्ट्र से 192 ट्रेनों से 246954 और पंजाब से 159 ट्रेनों से 180873 प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश आ चुके हैं। इसके अलावा तेलंगाना से 12, कर्नाटक से 35, केरल से नौ, आंध्र प्रदेश से तीन, तमिलनाडु से 13, मध्य प्रदेश से दो, राजस्थान से 30, गोवा से सात, दिल्ली से 47, छत्तीसगढ़ से एक और पश्चिम बंगाल से एक ट्रेन के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रवासी कामगारों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में विभिन्न राज्यों से 60,000 से अधिक छात्र-छात्राओं व अन्य लोगों को रोडवेज बसों के माध्यम से प्रदेश में लाया गया। दूसरे चरण में हरियाणा से 4452, राजस्थान से 355 और मध्य प्रदेश से 140 रोडवेज बसों के माध्यम से 217685 लोगों को लाया गया।