कानपुर। 24 साल की भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने नोजोमी ओकुहारा को हराकर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2019 का खिताब अपने नाम कर लिया। सिंधु ने फाइनल में जापान की ओकुहारा को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया और यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं। 37 मिनट तक चले इस BWF वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2019 के फाइनल मुकाबले में पीवी सिंधु ने नोजोमी ओकुहारा को 21-7 और 21-7 से करारी शिकस्त देकर खिताब पर कब्जा जमाया है। वर्ल्ड की नंबर 5 खिलाड़ी पीवी सिंधु ने नंबर चार की खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा को हराकर अपना बदला पूरा कर लिया है।


सिंधु ने लिया हार का बदला

दरअसल, जापान की इस स्टार प्लेयर ने पीवी सिंधु को साल 2017 में इसी टूर्नामेंट के फाइनल में हराया था, लेकिन इस बार भारतीय शटलर ने उनको बुरी तरह मात दी। वर्ल्ड बैडमिंटरन चैंपियनशिप में खिताब जीतने वाली पीवी सिंधु पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। पीवी सिंधु से पहले कोई भी भारतीय खिलाड़ी (पुरुष भी) इस टूर्नामेंट का फाइनल नहीं जीत पाया है।


लगातार तीसरी बार खेला फाइनल

पीवी सिंधु लगातार तीसरी बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थीं। हालांकि, इससे पहले साल 2017 और 2018 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा था। इसके अलावा साल 2013 और 2014 में भी कांस्य पदक अपने नाम किया हुआ है। BWF World Badminton Championships 2019 के सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल में भी पीवी सिंधु ने अच्छा प्रदर्शन किया था।


इस जीत का था इंतजार

ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद सिंधु ने कहा, 'मैं काफी खुश हूं, मैं इस जीत का सालों से इंतजार कर रही थी और आखिरकार मैं वर्ल्ड चैंपियन बन गई। खुशी जताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। पिछली बार मैं सिल्वर मेडल जीती थी लेकिन अब वर्ल्ड चैंपियन हूं।' बताते चलें सिंधु का यह पांचवां वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल है।