भारी विरोध और हंगामे के चलते ऊर्जा भवन में आरएएफ तैनात

कमिश्नर व डीएम ने एमडी पावर से ली स्थिति की जानकारी

Meerut। भविष्य निधि घोटाले के विरोध में सोमवार को प्रदेश भर के बिजली कर्मचारियों ने अपने 48 घंटों के अल्टीमेट पर हड़ताल शुरु कर दी। सुबह सवेरे ऊर्जा भवन सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारी एकत्र हुए और भवन परिसर में ही घोटाले के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरु कर दिया। पॉवर एमडी ने भी कर्मचारियों से बात कर समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिशनर, डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पॉवर एमडी से बातचीत की। सुरक्षा की दृष्टि से ऊर्जा भवन में भारी पुलिस बल और आरएएफ तैनात रहा।

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले ऊर्जा भवन पर जमकर प्रदर्शन किया।

आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मचारी हड़ताल में नहीं हुए शामिल।

कर्मचारियों ने पीएफ घोटाले के दोषियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

सात सूत्रीय मांगों को लेकर 48 घंटे बहिष्कार शुरू कर दिया।

पीएफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

हड़ताल के दौरान शहर के बिजलीघरों के कैश काउंटर से लेकर स्टोर व वर्कशाप पूरी तरह से बंद रहे।

कर्मचारियों ने हड़ताल की सफलता के लिए अलग-अलग गुट बनाकर सभी व्यवस्थाओं पर नजर रखी।

कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग पूरी न हुई तो वे बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे।

कमिश्नर, डीएम और एसएसपी ने ऊर्जा भवन जाकर एमडी पावर के साथ मीटिंग कर स्थिति की जानकारी ली।

एकमंच पर आए

प्रदर्शन में अभियंता संघ, विद्युत कार्यालय सहायक संघ, लेखा कर्मचारी संघ, हाइड्राइलेक्टिक इंप्लाइज एसोसिएशन, विद्युत मजदूर पंचायत, राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ, बिजली कर्मचारी संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, आशुलिपिक सेवा संघ समेत अन्य संगठन शामिल रहे।

कर्मचारियों के अनशन के बावजूद कार्य बाधित नहीं होने दिया जाएगा। कार्य बहिष्कार के दौरान बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए संविदा कर्मचारी बिजली घरों में तैनात रहेंगे। बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से की जा रही है।

अरविंद मलप्पा बंगारी , एमडी पॉवर