कानपुर। दिल्ली की तिहाड़ जेल में जेल अधिकारियों ने 16 दिसंबर, 2012 को राष्ट्रीय राजधानी में एक फिजियोथेरेपी छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के दोषी चार लोगों को फांसी देने की तैयारी शुरू कर दी है। फांसी की रस्सी के लिए बिहार की जेल से संपर्क किया गया है, वहीं जल्लाद के लिए अन्य राज्यों को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा फांसी दिए जाने के दौरान जिन चीजों की आवश्यकता होगी, अधिकारी उनके भी व्यवस्था में जुटे हुए हैं। तिहार जेल के अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ नाम न बताने की शर्त पर बात करते हुए कहा, 'हमने बक्सर जेल से 10 नई रस्सियों का ऑर्डर दिया है। हम तैयारी कर रहे हैं ताकि समय पर सब कुछ उपलब्ध हो। बक्सर जेल में कैदियों द्वारा रस्सी बनाई जाती है। वह रस्सियां खास प्रकार की होती हैं और फांसी के दौरान वह टूटना नहीं चाहिए और न ही गले को काटना चाहिए। हमारे पास कुछ पुरानी रस्सियां थीं लेकिन हम चांस नहीं लेना चाहते हैं।'

एक आरोपी ने मुकदमा समाप्त होने से पहले जेल में कर ली आत्महत्या

पवन गुप्ता, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को 23 साल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के लिए मौत की सजा दी गई है, जिन्हें तब बस में प्रताड़ित किया गया जब वह और उसका एक दोस्त दक्षिण दिल्ली के मुनिरका में सवार थे। इस मामले में एक पांचवें वयस्क संदिग्ध राम सिंह ने मुकदमे के समाप्त होने से पहले जेल में आत्महत्या कर ली और अपराध के समय एक छठा आरोपी नाबालिग था।

प्रक्रिया के तहत दी जाएगी फांसी

जेल अधिकारियों ने यह संकेत नहीं दिया कि फांसी कब होगी और कहा कि चार दोषियों को 27 अक्टूबर को याद दिलाया गया कि उन्होंने अपने सभी कानूनी विकल्प समाप्त कर दिए हैं और अगर वे एक सप्ताह के भीतर दया याचिका दायर नहीं करते हैं, तो विभाग उन्हें प्रक्रिया के तहत फांसी दे देगा। पिछले महीने, चार दोषियों में से एक ने हस्ताक्षरित एक दया याचिका पहले राज्य सरकार और फिर उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल को भेजी थी। राज्य के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन और एलजी ने याचिका को खारिज कर दी और राष्ट्रपति के कार्यालय में फाइल भेज दी। दोषी विनय शर्मा ने याचिका वापस ले ली। वहीं, राष्ट्रपति कार्यालय के दो अधिकारियों ने कहा कि इन दोषियों की कोई याचिका लंबित नहीं है।

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उत्तर प्रदेश से भेजा जाएगा जल्लाद

वहीं, तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के दो जल्लादों की सेवाएं मांगी हैं. यूपी जेल (प्रशासन और सुधार सेवाएं) के डायरेक्टर जनरल (डीजी) आनंद कुमार ने पुष्टि की है कि तिहाड़ जेल अधीक्षक ने उत्तर प्रदेश के जेल अधिकारियों को 9 दिसंबर पत्र लिखकर दो जल्लाद की सेवाएं मांगी थीं। उन्होंने कहा कि पत्र में उल्लेख किया गया है कि तिहाड़ जेल के कुछ दोषियों को मौत की सजा दी गई है और उनके कानूनी और संवैधानिक उपचार समाप्त हो गए हैं। कुमार ने कहा कि तिहाड़ जेल अधिकारियों को जल्लाद मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिहाड़ जेल अधिकारियों द्वारा तारीख और समय का उल्लेख नहीं किया गया था, इसलिए दो जल्लादों को कहा गया है कि वे जल्द से जल्द दोषियों को फांसी देने के लिए तैयार रहें।

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