इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने स्वीकार किया है कि जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है और 'अस्वस्थ' है लेकिन कहा कि सरकार उसके खिलाफ केवल तभी कार्रवाई कर सकती है जब भारत उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश करेगा। बता दें कि पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) द्वारा 14 फरवरी को किए गए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 41 जवान शहीद हो गए, इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया। इसी बीच कुरैशी का यह बयान आया है। भारत ने पाकिस्तान को एक डोजियर सौंपा है, जिसमें पुलवामा आतंकी हमले से जुड़ी सारी जानकारी और उसमें जैश के हाथ होने के सबूत दिए गए हैं।

युद्ध के पक्ष में नहीं है पाकिस्तान

कुरैशी ने अजहर के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'वह मेरी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में है। वह इस हद तक बीमार है कि वह अपना घर नहीं छोड़ सकता क्योंकि वह वास्तव में बहुत अस्वस्थ है। अगर भारत के पास उसके खिलाफ ऐसा कोई ठोस सबूत है जो पाकिस्तान की अदालतों में  स्वीकार किया जा सकता है, तो वह हमारे साथ साझा करें ताकि हम उसके खिलाफ कार्रवाई करें। अदालत की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हमें कानूनी प्रक्रिया को भी संतुष्ट करना है।' कुरैशी ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान की रिहाई एक शांति का इशारा है और इसे इस तरह से देखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान युद्ध के पक्ष में नहीं हैं।

ओआईसी के बैठक में शामिल नहीं होंगे कुरैशी
इसके अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि वह इस सप्ताह के अंत में अबू धाबी में होने वाले आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं होंगे क्योंकि उनके भारतीय समकक्ष को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। उन्होंने अपने संसद में कहा, 'मैं विदेश मंत्रियों की परिषद में नहीं जाऊंगा।'

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