नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को हर कोई जानता है। अश्विन फिरकी के ऐसे जादूगर हैं जिन्होंने बड़े-बड़े बल्लेबाजों को चलता किया है। मगर वह इतने बेहतर गेंदबाज कैसे बने, इसके पीछे एक कहानी है। एक वक्त था कि जब इस गेंदबाज का नाम किसी ने नहीं सुना था। कोई उन्हें भाव नहीं देता था। अश्विन ने हर्षा भोगले के साथ बातचीत में 'क्रिकबज' पर बताया, 'एमएसडी को यह नहीं पता था कि अश्विन कौन है, (मैथ्यू) हेडन और (मुथैया) मुरलीथन को नहीं पता था कि अश्विन कौन है। तब मेरे मन में यह बात आई कि, मैं इन लोगों को दिखाउंगा की आखिर अश्विन कौन् है।'

चाहता था धोनी का अटेंशन

अश्विन कहते हैं, 'मुझे नहीं पता कि यह मूर्खतापूर्ण या अहंकार था, लेकिन यह था कि मुझे कैसे बनाया गया था। कोई भी मुझे मौका नहीं दे रहा था। अश्विन मुरलीधरन के साथ खेलेंगे या मुरलीधरन से पहले टीम में चुने जाएंगे। मुझे लगा, मैं उनसे एक दिन आगे निकलूंगा।' अश्विन ने कहा कि सीएसके का नेतृत्व करने वाले धोनी का उन पर "भारी प्रभाव" था और उन्हें प्रभावित करने का एकमात्र तरीका उन्हें नेट्स में परेशान करना था। उन्होंने कहा, "हेडन, जैकब ओरम और स्टीफन फ्लेमिंग की नजर मुझ पर तब पड़ी जब नेट्स पर मैं गेंदबाजी करता था। हालांकि आईपीएल के पहले साल में धोनी की नजर मुझ पर नहीं पड़ी थी।

नेट्स पर गेंदबाजी करके आए नजर में

अश्विन कहते हैं, "मैंने कभी उनके साथ बड़े पैमाने पर बातचीत नहीं की। मैं अक्सर देखता था कि नेट्स में मुरलीधरन की गेंदों को धोनी बड़े आराम से पार्क के बाहर मार रहे था और मुझे लगा, अगर मैं उनसे बेहतर गेंदबाजी करता हूं, तो मैं मुरली की जगह खेल सकता हूं। फिर जब मुझे चैलेंजर ट्रॉफी के दौरान मौका मिला तो मैंने धोनी का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें आउट करने के बाद एक बच्चे की तरह जश्न मनाया।"

उसके बाद अश्विन ने सीएसके के मैच के दौरान विक्टोरिया बुश्रेंजर्स के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की, क्योंकि उस मैच में सुपर ओवर में धोनी ने बिना हिचकिचाहट के गेंद अश्विन के हाथों में सौंप दी थी। मगर अश्विन ने निराश किया। वह कहते हैं, 'मैंने उस ओवर में 23 रन दिए, अंत में जाते हुए धोनी ने कहा, कि तुम्हें कैरम बाॅल डालनी चाहिए थी।'

लेफ्ट हैंडेड के खिलाफ सफल

भारतीय स्पिनर ने कहा, धोनी हमेशा चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी खूब प्रतिभावान हो। "एमएस ने हमेशा कहा कि आप असाधारण रूप से कुशल हैं और आपको जो करना है उसे करते रहना चाहिए।" अश्विन बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ काफी सफल रहे हैं। उन्होंने अपने 365 विकेटों में से 189 विकेट लेफ्ट हैंडेड के लिए।

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