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LUCKNOW: बढ़ती पॉपुलेशन भी बेरोजगारी की एक मुख्य वजह है। इसके साथ एजुकेशन और हेल्थ सिस्टम में सुधार की जरूरत है। कुछ यही कड़े मुद्दे सामने आये रविवार को विनयखंड-1 स्थित प्रिया पार्क में हुए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इन एसोसिएशन विद रेडियो सिटी 91.1 एफएम प्रेजेंट मिलेनियल्यस स्पीक जनरल इलेक्श्न 2019 के मंच पर।

कोर्ट में न जाये रिजल्ट
मिलेनियल्स स्पीक के मंच से जैसे ही पूछा गया कि किन मुद्दों पर जनरल इलेक्शन में वोट देंगे। इस पर सबसे पहले महताब ने जवाब दिया कि एजुकेशन में सुधार की सबसे ज्यादा जरूरत है क्योंकि जब प्रॉपर एजुकेशन ही नहीं मिलेगी तो यूथ को अच्छी जॉब कैसे मिलेगी? गवर्नमेंट को इसके बारे में सोचना चाहिए। वहीं विष्णु यादव बताते हैं कि इसबार बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनेगा। इसका सबसे बड़ा कारण वैकेंसी या रिजल्ट का मामला कोर्ट में चला जाना, जिससे किसी का कोई फायदा नहीं होता है और गवर्नमेंट भी इसको लेकर कुछ नहीं करती है। गवर्नमेंट को चाहिए कि एग्जाम फ्री एंड फेयर हों। विष्णु के मुद्दों को सुनने के बाद गौरव सिंह बेरोजगारी के पीछे की असल वजह बढ़ती पॉपुलेशन को बताते हैं क्योंकि पॉपुलेशन ज्यादा होने से बेरोजगारी बढ़ रही है। पॉपुलेशन के मुकाबले वैकेंसी काफी कम है। ऐसे में सभी को जॉब देना भी मुश्किल है। इसके साथ किसानों की समस्या के बारे में भी सोचना चाहिए। उन्हें तकनीक की मदद से हाईटेक बनाना चाहिए। ताकि वह भी ज्यादा कमाई कर सके।

महंगाई पर करें वार
मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर बड़ी खामोशी के साथ बात सुन रहे आशुतोष कुमार कहते हैं कि बेरोजगारी तो बड़ा मुद्दा है। इसके साथ गांवों में छोटी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने सभी की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि बढ़ती पॉपुलेशन बड़ी समस्या है इसलिए गवर्नमेंट को चाहिए कि ह्यूमन कैपिटल का बेहतर इस्तेमाल कैसे किया जाये इसके बारे में गंभीरता से विचार करें। वहीं शुएब अंसारी कहते हैं कि महंगाई कंट्रोल करने के उपाय गवर्नमेंट को करना चाहिए। इसके साथ बेरोजगारी और ट्रांसपोर्टेशन की समस्या पर भी ध्यान देना होगा। मेरा खुद का ट्रांसपोर्ट का काम है। गवर्नमेंट को खनन के काम में थोड़ी छूट देनी चाहिये, जिससे बिल्डिंग मैटेरियल सस्ता हो सके और लोगों का घरौंदे का सपना पूरा हो सके।

मुद्दे बड़े लेकिन चीजें बेसिक हैं
मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर जब आगे सवाल किए जाते हैं तो अमित यादव कहते हैं कि मुद्दे बड़े हैं, लेकिन चीजें बेसिक हैं। मेरे अनुसार एजुकेशन एंड हेल्थ हर किसी के लिए होना चाहिए। आप बड़े शहर से बाहर जाएं तो आपको कोई फैसिलिटी नहीं मिलती है। इसलिए गवर्नमेंट को चाहिए पीजीआई की तरह हास्पिटल और एलयू की तरह यूनिवर्सिटी खोलनी चाहिए। ताकि छोटे जगहों पर रहने वालों को बड़े शहरों जैसी सुविधाएं मिल सकें, जिससे बड़े शहरों में आने की जगह अपने ही क्षेत्र में बेहतर एजुकेशन और हेल्थ की सुविधाएं का लाभ उठा सकें। इतने में आलोक श्रीवास्तव बताते हैं कि देश की सुरक्षा भी उतना ही बड़ा मुद्दा है जितना दूसरे। गवर्नमेंट जो भी बने उसे आर्मी को ज्यादा पॉवर देनी चाहिए। कश्मीर से आतंकवाद की समस्या को खत्म करने के लिए न केवल आर्मी को छूट मिलनी चाहिए बल्कि वहां से धारा 370 को हटाने का भी समय आ गया है। वहीं सूफियान की मानें तो उनके लिए बेरोजगारी और किसान मुद्दा बड़ा है, जिसको ध्यान में रख कर ही वह इसबार के इलेक्शन में वोट करेंगे। बताते हैं कि किसान परेशान हैं उनकी समस्या को लेकर कोई भी सरकार गंभीर नहीं है। गवर्नमेंट भी केवल बात करती है। जबकी इसपर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

जॉब नहीं होने से कर रहे गलत काम
अपने आखिरी दौर में पहुंच चुकी मुद्दों की बात में बोलते हुये संदीप कहते हैं कि बेराजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। गवर्नमेंट को सोचना चाहिए कि कश्मीर की जो समस्या है उसका सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी है। गवर्नमेंट जो भी आये उसे जॉब देने के बारे में सोचना होगा। ताकि यूथ के हाथों में काम हो और देश का भी विकास हो। सभी के मुद्दों को ध्यान से सुनने के बाद सबसे आखिरी में बोलते हुये आदर्श श्रीवास्तव कहते हैं कि भ्रष्टाचार और घूसखोरी सबसे बड़ी बीमारी है। बढ़े लोग पैसा देकर अच्छा इलाज करवा लेते हैं जबकि गरीब आदमी इलाज के लिए भटकता रहता है। आज अमीर और अमीर हो गया है जबकि गरीब और गरीब होता जा रहा है। गवर्नमेंट को इस बढ़ती हुई खाई को कम करना चाहिए।

 

 

मिला गिफ्ट हैंपर तो चेहरे पर आई मुस्कान
मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर वैसे तो हर किसी ने बड़े-बड़े मुद्दे उठाये, लेकिन गौरव सिंह ने पॉपुलेशन कंट्रोल का मुद्दा उठाए जोकि काफी अहम रहा। उनके इस मुद्दे पर सभी ने अपनी सहमति जताई। इस पर सतमोला की ओर से उन्हे एक शानदार गिफ्ट हैंपर दिया गया, जिसे पाकर उनके चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली।

 

मेरी बात

एजुकेशन और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है इस बार के जनरल इलेक्शन में। बेसिक एजुकेशन में सुधार करने की जरूरत है। तभी यूथ भी आगे जाकर अच्छी हायर एजुकेशन पा सकेगा। इसके साथ आसपास की जगहों से लोग काम की तलाश में बड़ शहरों में आते हैं। गवर्नमेंट को चाहिए कि उनके लिए वह वहीं रोजगार उपलब्ध करा सके।

- अनुज यदुवंशी

कड़क मुद्दा
मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर जॉब और पॉपुलेशन कंट्रोल का मुद्दा सबसे कड़क मुद्दा बना रहा। पैनल में मौजूद लोगों का यही मानना था कि बढ़ती हुई पॉपुलेशन के कारण ही बेरोजगारी बढ़ रही है। लोग ज्यादा है और वैकेंसी कम। ऐसे में गवर्नमेंट को इसके बारे में सोचना चाहिए। इसके साथ ज्यादा वैकेंसी निकालें और समय के साथ रिजल्ट भी निकालें ताकि किसी का नुकसान न हो।

सतमोला खाओ सब पचाओ
बेराजगारी की तो सब बात करते हैं, लेकिन बढ़ती हुई जनसंख्या के बारे में कोई बात नहीं करता। गवर्नमेंट भी केवल बात करती है, लेकिन न तो ज्यादा अवेयरनेस बढ़ती है और न ही इसपर गंभीरता से विचार करती है। गवर्नमेंट को चाहिए कि बातें करने से अच्छा है कि इसपर काम करें।

आज यहां राजनीटी
जगह - सुख कांप्लेक्स, मुंशीपुलिया इंदिरा नगर

समय - दोपहर 12.30 बजे

आप हमे अपने मुद्दे ड्राप बॉक्स से भेज सकते हैं

- दैनिक जागरण आफिस, मीराबाई मार्ग हजरतगंज

- परंपरा स्वीट, सप्रू मार्ग हजरतगंज

- नैनीताल मोमोज, हुसडि़या चौराहा गोमती नगर

- पिकासो, निरालानगर

1. वैकेंसी निकले तो मामला कोर्ट में नहीं जाना चाहिए। एग्जाम फ्री एंड फेयर होने चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी मिल सके।

- विष्णु यादव

 

2. छोटी इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए बेहतर कदम उठाने होंगे। ह्यूमन कैपिटल का बेहतर इस्तेमाल करना चाहिए ताकि सभी को अवसर मिल सके।

- आशुतोष कुमार

 

3. महंगाई को कंट्रोल करना चाहिए। साथ ही सरकार को ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था में सुधार करना चाहिये ताकि समय से लोगों को उनकी आवश्यकता की चीजें उपलब्ध हो सकें।

- शुएब अंसारी

 

4. एजुकेशन और हेल्थ सुविधाएं हर किसी के लिए होनी चाहिए। बड़े शहरों जैसी सुविधाएं छोटी जगहों पर भी मिलें ताकि उन्हें शहर का रूख ना करना पड़े।

- अनिल यादव

 

5. देश की सुरक्षा बेहद जरूरी है। आर्मी को फ्री हैंड देना होगा। कश्मीर से धारा 370 हटनी चाहिए ताकि वह इंडस्ट्री लग सकें और लोगों को रोजगार मिल सकें।

- आलोक श्रीवास्तव

 

6. बेराजगारी से हर कोई परेशान है। किसान भी परेशान है। गवर्नमेंट को इसके बारे में सोचना चाहिए।

- मो। सूफियान

 

7. एजुकेशन सिस्टम को और बेहतर करने की जरूरत है। ताकि स्टूडेंट्स को पढ़ाई के बाद नौकरी तलाशनी पड़े।

- संदीप यादव

 

8. भ्रष्टाचार और घूसखोरी बड़ी समस्या है। अमीर-गरीब के बीच का फासला बढ़ता जा रहा है। गवर्नमेंट इसके में विचार करे।

- आदर्श श्रीवास्तव