- माघ मेला में 20 जनवरी को होगी वीएचपी के मार्गदर्शक मंडल की बैठक

- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हो सकते हैं बैठक में शामिल

<- माघ मेला में ख्0 जनवरी को होगी वीएचपी के मार्गदर्शक मंडल की बैठक

- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हो सकते हैं बैठक में शामिल

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सुप्रीम कोर्ट की ओर से 9 नवंबर ख्0क्9 को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला आने के बाद अब लोगों के साथ साधु-संतों को भी अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण की तिथि को लेकर उत्सुकता है। वहीं ख्0 जनवरी को माघ मेला क्षेत्र में आयोजित होने जा रहे विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल की बैठक में ये तय होगा कि राम मंदिर का निर्माण राम नवमी से शुरू होगा या फिर उसके बाद। मार्ग दर्शक मंडल की बैठक में साधु-संतों के साथ ही गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं। राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष नित्य गोपालदास भी बैठक में मौजूद रहेंगे।

साधु संतों की भूमिका पर होगी चर्चा

केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में वैसे तो कई मुद्दों पर निर्णय होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर निर्माण में संतों की भूमिका को लेकर लिया जाएगा। उत्तर भारत ही नहीं, बल्कि देशभर से आए साधु संतों की मौजूदगी में यह निर्णय होगा कि मंदिर निर्माण के लिए जो ट्रस्ट बनेगी, उसमें कौन-कौन शामिल होगा और किसे क्या जिम्मेदारी मिल सकती है।

ट्रस्ट पर हो सकता है फैसला

मार्गदर्शक मंडल की बैठक तो ख्0 जनवरी को प्रस्तावित है, लेकिन उससे पहले ही केंद्र सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठन की तैयारी में है। अगर ख्0 जनवरी तक ट्रस्ट का गठन नहीं हुआ तो प्रयागराज में ये तय होगा कि ट्रस्ट में कौन-कौन लोग शामिल होंगे। राम मंदिर के अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे तमाम अखाड़े खुद को ट्रस्ट में शामिल करने की मांग दोहरा चुके हैं।

गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ रह सकते हैं मौजूद

मार्ग दर्शक मंडल की बैठक के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को भी आने का न्यौता भेजा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य भी हैं। सीएम योगी मुख्यमंत्री होने के नाते नहीं बल्कि गोरक्षपीठाधीश्वर और केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य होने के नाते इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे, कार्यकारी अध्यक्ष आलोक, महामंत्री मिलिंद परांडे के साथ ही अन्य दिग्गज भी शामिल हो सकते हैं।

ट्रस्ट में उनको लिया जाए, जो पहले से जुड़े हुए हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, महामंत्री, तीनों वैष्णव अखाड़ों के श्री महंत को शामिल करना चाहिये। रामचंद्र परमहंस के शिष्य सुरेश दास जी को भी ट्रस्ट में शामिल करना चाहिए। गोरखपुर से जुड़ा हुआ आंदोलन था तो महाराज जी को भी लेना चाहिए। अब तो सरकार तय करेगी कि कौन शामिल होगा।

नरेंद्र गिरी

अध्यक्ष

अखाड़ा परिषद

केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष नित्य गोपाल दास महाराज भी मौजूद रहेंगे। जिनकी मौजूदगी में व साधु संतों की सहमति से ही कई निर्णय होंगे। बैठक में शामिल होने के लिए क्8 जनवरी नित्य गोपाल दास महाराज प्रयागराज पहुंच जायेंगे।

राम गोपाल दास

नित्य गोपाल दास के शिष्य