कानपुर। भारत को 87 वें भारतीय वायु सेना दिवस व दशहरे के अवसर पर फ्रांस ने 36 लड़ाकू विमानों में एक राफेल फाइटर जेट औपचारिक रूप से सौंप दिया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल विमान को रिसीव करने के लिए पेरिस पहुंचे थे। यहां फ्रांस के एयरबेस पर ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल फाइटर जेट की विधिविधान से पूजा अर्चना की क्योंकि भारत में दशहरे के दिन शस्त्रों की पूजा होती है। 'राफेल शस्त्र पूजा' को लेकर कुछ लोग राजनाथ सिंह पर जमकर तंज कस रहे हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को 'राफेल शस्त्र पूजा' को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का समर्थन किया है।


भारत-पाक के बीच तनाव का माहौल

आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, 'राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह धर्म के अनुसार है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए। कृपया याद रखें ... यह मशीन मायने नहीं रखती है, उस मशीन को संभालने वाले पुरुष की क्षमता, जुनून और संकल्प बेहद महत्वपूर्ण है। हमें हमारे पीएएफ शहीदों पर गर्व हैं।' बता दें कि पाकिस्तान की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है, जब दोनों देशों के बीच आर्टिकल 370 को लेकर तनाव का माहौल है।

पाक मंत्री ने उड़ाया था मजाक

गौरतलब है कि एक दिन पहले पाकिस्तान के विज्ञान मंत्री फवाद चौधरी ने राफेल पूजा का मजाक उड़ाया था। उन्होंने ट्वीटर पर राफेल की एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें साफ तौर पर धर्म की आस्था का मजाक उड़ाया गया था। आसिफ गफूर के इस बयान को इमरान के मंत्री को नसीहत के तौर पर भी देखा जा सकता है।

 

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