- यूजीसी की एंटी रैगिंग सेल में की गई है गोपनीय शिकायत

- यूनिवर्सिटी की जांच में नहीं निकली रैगिंग की कोई घटना

GORAKHPUR: एमएमएमयूटी में अर्से बाद एक बार फिर रैगिंग का भूत जागा है। पिछले दिनों यूनिवर्सिटी अनुदान आयोग के एंटी रैगिंग सेल को फोन कर रैगिंग होने की शिकायत की है। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से की गई मामले की जांच में इस तरह की कोई भी घटना होने की पुष्टि नहीं हुई। फिलहाल पीडि़त छात्रा की पहचान भी नहीं हो सकी है।

यूजीसी से हुई शिकायत

यूजीसी की एंटी रैगिंग सेल को यूनिवर्सिटी की एक स्टूडेंट की ओर से रैगिंग की शिकायत मिली। शिकायत का संज्ञान लेते हुए सेल की ओर से यूनिवर्सिटी प्रशासन और कैंट पुलिस को सूचना दी गई। हरकत में आए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले की जांच की। इस दौरान सभी हास्टल्स में स्टूडेंट्स से पूछताछ की गई, लेकिन कहीं से भी रैगिंग की पुष्टि नहीं हुई। सेल को की गई शिकायत गोपनीय थी ऐसे में पीडि़त का भी कोई पता नहीं चल सका। पूरे मामले को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी के समक्ष रखा। सोमवार को हुई कमेटी की बैठक में सदस्यों को बताया गया कि पूर्व में स्टूडेंट्स ने यह लिखित रूप में स्वीकार किया है कि परिसर में रैगिंग नहीं होती। वहीं इस घटना के दौरान भी रैगिंग मुक्त परिसर का दावा ही सहित साबित हुआ। फिलहाल इस मामले में कार्यवाही को समाप्त मानते हुए अब यूनिवर्सिटी की ओर से पूरी जानकारी यूजीसी एंटी रैगिंग सेल को भेजी जा रही है।