नई दिल्ली (पीटीआई/आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज एससी/ एसटी संशोधन अधिनियम, 2018 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि बीजेपी और आरएसएस आरक्षण को खत्म करना चाहती है। अारक्षण को खत्म करने की कोशिश आरएसएस और बीजेपी के डीएनए में है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी आज अपने फैसले में एससी/ एसटी संशोधन अधिनियम, 2018 की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा आरक्षण के खिलाफ है।

बीजेपी एससी/एसटी समुदाय को आगे बढ़ते देखना नहीं चाहती

आरएसएस और बीजेपी देश में दलितों, आदिवासियों और ओबीसी को मिलने आरक्षण लाभ के पक्ष में नहीं है। ये एससी/एसटी समुदाय को आगे बढ़ते देखना नहीं चाहती। इसीलिए ये दोनों पार्टियां किसी ना किसी तरह आरक्षण को संविधान से निकालना चाहती है। केरल के वायानाड से सांसद राहुल गांधी ने यह भी ऐलान किया कि देश की जनता से हमारा वादा है कि आरएसएस और बीजेपी कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन हम आरक्षण को कभी भी खत्म नहीं होने देंगें। ये संविधान का मुख्य हिस्सा है।

कांग्रेस नेता ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा

इस दाैरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी और मोहन भागवत का आरक्षण खत्म करने का सपना कभी पूरा नहीं होने देंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला एससी/एसटी संशोधन अधिनियम 2018 की वैधता को चुनौती देने वाली जनहित याचिका के एक बैच पर आया है। सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी संशोधन अधिनियम 2018 की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को आज खारिज कर दिया है।

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