नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित वित्तीय पैकेज पर फिर से काम किया जाना चाहिए। यह पैसा सीधे लोगों की जेब में डाला जाना चाहिए और सरकार को एजेंसियों की रेटिंग के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए। राहुल गांधी क्षेत्रीय मीडिया के लिए अपनी तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि इस समय जरूरत पैसा सीधे लोगों की जेब में डालने की है और लोगों को इस समय कर्ज की जरूरत नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी को इस पैकेज पर पुनर्विचार करना चाहिए।

किसानों के लिए धन के बारे में सोचना चाहिए

पीएम मोदी जी को सीधे नकद हस्तांतरण, मनरेगा के तहत 200 कार्य दिवस, किसानों के लिए धन के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि ये सभी भारत के भविष्य हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन केवल एक स्टाॅप बटन है। न्याय योजना को अस्थायी अवधि के लिए लागू किया जा सकता है जो मांग के पक्ष को बढ़ाने और संकट में लोगों की मदद कर सकता है। वित्त मंत्री ने राहत पैकेज के तीन हिस्सों की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण वित्तीय संकट को कम करने में मदद करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की।

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