नई दिल्ली (एएनआई)। पेगासस मुद्दे पर केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार हर भारतीय के फोन पर निगाह रख रही है और उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। उन्होंने आगे केंद्र सरकार पर चालू मानसून सत्र के दौरान संसद में पेगासस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देने का आरोप लगाया। उनकी टिप्पणी तब आई जब विपक्षी नेता नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर किसानों के साथ शामिल हुए। वायनाड के सांसद ने जंतर-मंतर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "आज सभी विपक्षी दल 'काला कानून' (कृषि कानूनों) के खिलाफ अपना समर्थन देने के लिए यहां (जंतर मंतर) एकत्र हुए हैं। हम पेगासस पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन वे (केंद्र) ऐसा नहीं होने दे रहे हैं। केंद्र सरकार ने हर भारतीय का फोन इंटरसेप्ट किया।

'किसान बचाओ, भारत बचाओ' के नारे लगाए

टीएमसी, बसपा और आप ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया। जंतर-मंतर पर किसानों को समर्थन देने पहुंचे विपक्षी नेताओं ने 'किसान बचाओ, भारत बचाओ' के नारे लगाए। इस दाैरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अंबिका सोनी, गौरव गोगोई, शिवसेना के संजय राउत, राजद के मनोज झा, द्रमुक के टी शिवा और अन्य ने आज विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। विपक्षी दल लोकसभा और राज्यसभा दोनों में तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और जासूसी के आरोपों की जांच सहित अपनी दोहरी मांगों को लेकर स्थगन के लिए मजबूर कर रहे हैं।

26 नवंबर से देश के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं

19 जुलाई को मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से दोनों सदनों में विपक्ष का विरोध हो रहा है। किसान तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी पर विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान उपज व्‍यापार एवं वाणिज्‍य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्‍य आश्‍वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध हो रहा है।

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