तो ओबामा पहनेंगे इलाहाबाद की घड़ी

डेवलपमेंट फैक्टर के साथ राहुल गांधी का अंतिम वार

- इलाहाबाद पहुंच कर बन गए इलाहाबादी

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तो ओबामा पहनेंगे इलाहाबाद की घड़ी

डेवलपमेंट फैक्टर के साथ राहुल गांधी का अंतिम वार

- इलाहाबाद पहुंच कर बन गए इलाहाबादी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: मेरे दादा, परदादा, इलाहाबाद के थे, इसलिए मेरा भी इलाहाबाद से रिश्ता है। पहले देश भर में लोग मोबाइल, टी शर्ट, घड़ी, कपड़े पलट कर देखते थे तो मेड इन इलाहाबाद का टैग होता था। लिखा होता था। अब मेड इन चाइना लिखा होता है। मैं चाहता हूं कि फिर से मेड इन इलाहाबाद दिखाई दे और ओबामा के हाथ में जो घड़ी हो, उसके पीछे भी मेड इन इलाहाबाद ही लिखा हो। इलाहाबाद पहुंच कर इलाहाबादी बन कर राहुल गांधी ने इलाहाबादियों के नब्ज को टटोलते हुए विरोध और आक्रोश का नहीं, बल्कि रिश्ता बनाते हुए मंडे को एबीआईसी के मैदान में कांग्रेस कैंडिडेट नंद गोपाल गुप्ता नंदी और मो। कैफ के समर्थन में आयोजित जनसभा में डेवलपमेंट फैक्टर का आखिरी वार किया। अब राहुल गांधी का यह वार कितना कारगर होता है, यह तो क्म् मई को ही पता चलेगा।

कहां से कहां पहुंच गया इलाहाबाद

मंच संभालते ही राहुल गांधी ने पहले इलाहाबादियों से अपने रिश्ते बनाए। फिर देर किए बगैर इलाहाबाद के आज के तस्वीर और पुराने कल की तस्वीर रख दी। राहुल गांधी ने कहा भाईयों हमारा इलाहाबाद कल कहां था, आज कहां पहुंच गया है। टीसीएल बंद हो गई, आइर्टीआई की भी वो बात नहीं रही, स्वदेशी कॉटन मिल बंद हो गयी। जो इलाहाबाद कभी आईएएस फैक्ट्री कहा जाता था, वो आज गुंडों-बदमाशों के लिए जाना जाता है।

कहा, मेन स्ट्रीम से जोड़ेंगे इलाहाबाद को

मेड इन इलाहाबाद अब मेड इन चाइना में बदल गया है। जो पैसा इलाहाबाद आना चाहिए वो चीन जा रहा है। हम चाहते हैं कि ज्यादातर सामानों के पीछे मेड इन इलाहाबाद लिखा हो। अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो इलाहाबाद को दिल्ली के इंडस्ट्रियल कॉरीडोर से जोड़ा जाएगा। बड़े-बड़े उद्योगपतियों को यहां लाया जाएगा, उन्हें जगह दी जाएगी, ताकि विकास हो सके।