- दो का दस-दस, एक का बीस हजार का चालान

देहरादून।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर शहर के 3 हुक्का बारों में सैटरडे को रेड की। इस दौरान दो हुक्का बारों का 10-10 हजार और एक बार का 20 हजार रुपये का चालान किया गया। हुक्का बारों के खिलाफ आयोग ने अभियान जारी रखने की बात कही है।

पैरेंटस ने की थी कंप्लेन

बाल आयोग के पास कुछ पैरेंटस की कंप्लेन पहुंची थी। जो कि बेहद परेशान थे। उनका कहना था कि बच्चे घर से निकलते हैं और हुक्का बार में जाकर बैठ जाते हैं। उन्हें स्कूल जाने को कहते हैं तो वे लड़ाई-झगड़ा करते हैं। अपील की कि किसी भी तरह से हुक्का बारों पर लगाम लगाई जाए और बच्चों को हुक्का बार की लत से बचाया जा सके।

हुक्के की आड़ में नशा

बाल आयोग की टीम पुलिस के साथ पहले राजपुर रोड के दो फिर ईसी रोड के एक हुक्का बार में पहुंची। हालांकि यहां पहले ही सूचना मिलने की वजह से सभी भाग निकले थे। एक बार में कुछ बच्चे बर्थडे पार्टी कर रहे थे, जिन्हें समझाया गया कि अपने परिवार के साथ पार्टी करें। साथ ही बारों में कई अन्य तरह के नशे भी मिले। राजपुर रोड के एक बार का बीस हजार, दूसरे का दस हजार और ईसी रोड के बार का दस हजार रुपये का चालान किया गया।

छुपाए हुक्के निकाले

आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी, सदस्य सीमा डोरा ने वहां आनन-फानन में छिपा दिए गए हुक्के निकाले और हर तरह के नशे को देखा। इन बारों का लाइसेंस नहीं होने सहित गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर आयोग ने नाराजगी जताई। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि कभी भी किसी भी हुक्का बार में छापेमारी की जा सकती है। पुलिस को भी चालान अभियान चलाए जाने को कहा गया।

बच्चों को हुक्के की लत इस कदर लग गई है कि वह घर से निकलकर सीधे बार पहुंच रहे हैं। नाइट स्टे भी बाहर ही कर रहे हैं। ये अभियान जारी रहेगा। पैरेंटस को भी बच्चों की अपने स्तर से काउंसलिंग करने को कहा गया है।

- ऊषा नेगी, अध्यक्ष, बाल अधिकार संरक्षण आयोग