कानपुर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए भारतीय रेलवे के भविष्य को लेकर कई नई घोषणाएं की हैं। उन्‍होंने इस क्षेत्र में बीते वर्ष में हुए काम का लेखा जोखा भी दिया। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा, 'रेलवे स्टेशनों पर 550 वाई-फाई सुविधाएं शुरू की गई हैं। रेल ट्रैक के साथ-साथ बड़ी सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। तेजस जैसी ट्रेनों से प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। उन्‍होंने 150 ट्रेनों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में चलाने की बात कही है।


रेलवे ट्रैक के किनारे सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने का प्रस्‍ताव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को रेलवे ट्रैक के किनारे बड़ी सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का प्रस्ताव रखा और कहा कि पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए तेजस की तहर की अधिक ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी। केंद्रीय बजट पेश करते हुए, उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 2023 तक पूरा हो जाएगा और चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे भी बनाया जाएगा। वित्‍त मंत्री ने कहा, 'पीपीपी मोड में 150 ट्रेनें चलाई जाएंगी, साथ ही चार स्टेशनों को निजी क्षेत्र की मदद से पुनर्विकसित किया जाएगा। रेलवे स्टेशनों पर 550 वाई-फाई सुविधाएं शुरू की गई हैं।'

पिछले बजट में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की कही थी बात
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने पिछले बजट भाषण में कहा था कि सरकार प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना चाहती है। इसके लिए सरकार निजी कंपनियों से अनुरोध भी करेगी। मोदी 2.0 सरकार के पहले बजट को पेश करते हुए सीतारमण ने कहा, '657 किलोमीटर का मेट्रो रेल नेटवर्क बनाने का काम पूरे देश में चालू हो गया है, जबकि रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को 2030 तक विकसित करने के लिए 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी।'