रेल मंत्री सुरेश प्रभु शनिवार की शाम पहुंचे रांची

-मेकेनाइज्ड लाउंड्री और एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का करेंगे उद्घाटन

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RANCHI (6 June): रेल मंत्री सुरेश प्रभुजी आप हमारे शहर रांची में आए हैं, आपका स्वागत है। आज आप रांची स्टेशन पर मेकेनाइज्ड लाउंड्री और हटिया में एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का उदघाटन करेंगे। यह हमारे लिए अच्छी बात है, लेकिन क्या आपको पता है कि रांची से ट्रेनों की कनेक्टिविटी बहुत ही खराब है। रांची झारखंड की राजधानी है, लेकिन एक राजधानी के पास ट्रेन की जो सुविधाएं होनी चाहिए, वह नहीं है। देश के बड़े शहरों के लिए यहां से सीधी ट्रेनें नहीं हैं। अगर कुछ ट्रेने हैं तो वह भी वीक में दो या तीन दिन ही चलती हैं। खासकर देश के दक्षिण भारतीय शहरों के लिए रांची से ट्रेन से जाना तो बहुत ही मुश्किल है।

चेन्नई के लिए सिर्फ एक ट्रेन

रांची से चेन्नई जाने के लिए रांची रेलवे स्टेशन से एकमात्र ट्रेन एलेप्पी एक्सप्रेस है। यह ट्रेन धनबाद से खुलती है। एक ट्रेन होने के कारण इस ट्रेन में महीनों तक लोगों को कंफर्म टिकट नहीं मिलता है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रांची से चेन्नई के लिए कोई डायरेक्ट फ्लाइट भी नहीं है। इस नाते लोगों को ब्रेक जर्नी करके चेन्नई पहुंचना पड़ता है। छोटानागपुर पैसेंजर्स एसोसिएशन और झारखंड यात्री संघ रांची से चेन्नई के लिए और कम से कम तीन और ट्रेन की डिमांड कई सालों से कर रहा है, लेकिन इस मांग को पूरा नहीं किया गया है।

बेंगलुरू के लिए भी परेशानी

आईटी हब बेंगलुरू में रांची के ढेर सारे प्रोफेशनल्स काम करते हैं। इसके साथ ही वेल्लोर में इलाज के लिए बड़ी संख्या में रांची से लोग जाते हैं, लेकिन रांची से यहां के लिए एकमात्र ट्रेन हटिया-यशवंतपुर है, जो हटिया स्टेशन से सप्ताह में दो दिन संडे और ट्यूजडे को चलती है। इस ट्रेन में लोगों को महीनों तक कंफर्म टिकट के लिए वेट करना पड़ता है। ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बेंगलुरू के लिए रांची से डायरेक्ट फ्लाइट की फैसिलिटीज भी नहीं है। ऐसे में लोग सालों से यह डिमांड करते रहे हैं कि इस सिटी के लिए ट्रेन की कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए।

हैदरबाद कैसे जाएं

रांची से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए हैदराबाद जाते हैं। इसके साथ ही आईटी कंपनियों में भी रांची के प्रोफेशनल्स काम करते हैं, लेकिन हैदराबाद के लिए रांची से कोई डाइरेक्ट ट्रेन नहीं है। ऐसे में इस सिटी में जाने के लिए लोगों को ब्रेक जर्नी के जरिए हैदराबाद जाना पड़ता है और परेशानी होती है। हैदराबाद के लिए रांची से ट्रेन की डिमांड पिछले एक दशक से चल रही है, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया है। रेल मंत्रीजी इस बार तो आप ध्यान दीजिए।

देवभूमि जाना भी है मुश्किल

केरल के विभिन्न सिटी में रांची से बड़ी संख्या में टूरिस्ट जाते है। इसके साथ ही मेडिकल की पढ़ाई के लिए सिटी से भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स जाते हैं, लेकिन केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से लेकर कोच्चि के लिए रांची से कोई ट्रेन नहीं है।