RANCHI : रेल बजट में झारखंड के हिस्से में भी 'प्रभु' की 'कृपा' आई है। जहां इस राज्य के लिए तीन नई रेल परियोजनाओं की घोषणा की गई है, वहीं झारखंड के रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए 2235 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। पिछली बार की तुलना में यह 37 परसेंट ज्यादा है। हालांकि, सवा तीन करोड़ की आबादी की उमीदों को झटका भी लगा है, क्योंकि न तो नई ट्रेन की सौगात मिली और न ही ट्रेनों के फेरे बढ़ाने का रेलमंत्री ने ऐलान किया।
हर दिन नहीं चलेगी 'राजधानी'
झारखंड के यात्रियों की डिमांड थी कि रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को डेली किया जाए, पर रेल बजट में इसे अनसुना कर दिया गया.यात्रियों ने बताया कि राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ रहती है। महीनों पहले से ही इसकी ज्यादातर सीटें रिजर्व करा ली जाती हैं। ऐसे में अगर इसे रोजाना कर दिया जाता तो काफी हद तक पैसेंजर्स को सहूलियत हो जाती। इसके अलावा दक्षिण के लिए सालों से अर्नाकुलम एक्सप्रेस की डिमांड भी इस रेल बजट में पूरी नहीं हो सकी।
राज्य सरकार की मांगे भी अनसुनी
झारखंड के यात्रियों की जरूरतों को देखते हुए राज्य सरकार ने सात नई ट्रेनों की मांग केंद्रीय रेल मंत्री के पास रखी थी, पर रेल बजट में इसे भी तरजीह नहीं मिल सकी। इनमें से एक भी ट्रेन की सौगात झारखंड को नहीं मिली। रघुवर सरकार ने इन ट्रेनों की मांग रेल मंत्रालय को भेजी थी।
ट्रेन परिचालन (सप्ताह में)
रांची से त्रिवेंद्रम तीन दिन
हटिया-यशवंतपुर दुरंतों दो दिन
हटिया-यशवंतपुर सुपरफास्ट पांच दिन
हटिया-देहरादून सात दिन
हटिया-एलटीटी सात दिन
हटिया-मुगलसराय हर दिन
रांची-बक्सर हर दिन
रांची रेलवे ने इन ट्रेनों का भेजा था प्रस्ताव (बॉक्स)
ट्रेन परिचालन (सप्ताह में)
रांची-देहरादून नई ट्रेन साप्ताहिक
हटिया तक हाप्पा-विलासपुर का विस्तार साप्ताहिक
हटिया-लखनऊ नई ट्रेन दो दिन
हटिया-यशवंतपुर दुरंतों दो दिन
रांची-जयपुर दुरंतो (भाया दिल्ली) दो दिन
राजधानी एक्सप्रेस हर दिन
हटिया-यशवंतपुर पांच दिन
हटिया-एलटीटी छह दिन
रांची-अजमेरशरीफ पांच दिन