-आरपीएफ जवानों के खिलाफ कम्प्लेन को हेड क्वार्टर ने लिया सीरियसली

-आईजी आरपीएफ ने लेटर जारी कर भ्रष्ट जवानों को रिजर्व में भेजने का दिया आदेश

VARANASI

स्टेशंस, प्लेटफॉर्म व ट्रेंस में पैसेंजर्स से मिसबिहैव पर कम्प्लेन आम बात है। इसमें कोई और नहीं पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए तैनात रेलवे के जवान शामिल हैं। आए दिन इनके खिलाफ डिपार्टमेंट को कम्प्लेन मिल रही है। जिसको हेड क्वार्टर ने सीरियसली लिया है। उत्तर रेलवे के आईजी आरपीएफ ने भ्रष्ट जवानों की ड्यूटी ट्रेन और स्टेशन से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे टिकटों की कालाबाजारी और वेंडर्स से सेटिंग पर रोक लगेगी। साथ ही पैसेंजर्स से दुव्यर्वहार की घटनाओं पर भी लगाम लगेगा।

बनने लगी लिस्ट

आईजी का आदेश मिलते ही कम्प्लेन की जद में आए जवानों की भी लिस्ट बननी शुरू हो गयी है। इनमें किस-किस जवान के खिलाफ क्या शिकायत मिली थी और क्या विभागीय कार्रवाई की गई इसकी भी जांच हो रही है। यदि किसी जवान के खिलाफ दर्ज शिकायत का मामला विचाराधीन है तो भी उसे पोस्ट से हटा दिया जाएगा। ऐसे जवानों को रिजर्व में भेज दिया जाएगा। इस संबंध में कार्रवाई रिपोर्ट उत्तर रेलवे हेड क्वार्टर को सौंपी जाएगी। बता दें कि रेलवे में सर्वाधिक 12,089 शिकायतें रेलकर्मियों के खिलाफ प्राप्त हुई है।

कम्प्लेन पर पोस्ट से हटना तय

आरपीएफ आईजी ने लखनऊ सहित अंबाला, दिल्ली, मुरादाबाद, फिरोजपुर के आरपीएफ कमांडेंट को लिखित आदेश जारी कर दिया है। कैंट स्टेशन पहुंचे लेटर के मुताबिक करप्शन में लिप्त आरपीएफ के जवानों को पोस्ट से हटाया जाएगा। इन जवानों की ड्यूटी न ट्रेन में लगायी जाएगी और न ही स्टेशन पर। ऐसे जवानों को रिजर्व में रखा जाएगा। उन्हें पैसेंजर्स से जुड़ा सीधा कार्य न सौंपा जाएगा। भले ही आरपीएफ के पास आइपीसी की धारा में रिपोर्ट दर्ज करने का अधिकार नहीं है, लेकिन पैसेंजर्स से इनकी ड्यूटी का सीधा जुड़ाव है। कुछ जवानों की स्टॉल मैनेजर्स से सेटिंग होने के कारण ट्रेन और स्टेशन पर वेंडर अधिक मूल्य में सामान बेचते हैं और यात्रियों की सुनवाई नहीं होती। टिकटों की कालाबाजारी और रेल संपत्ति की सुरक्षा भी इनकी मुख्य ड्यूटी में शामिल है, लेकिन यहां भी इनकी मिलीभगत सामने आती रहती है। स्कोर्ट के दौरान ट्रेन में सीट की सेटिंग भी आम है। आदेश के बाद कैंट रेलवे स्टेशन पर भी ऐसे जवानों की लिस्ट तैयार करायी जा रही है। लिस्ट बनने के बाद ऐसे जवानों की छुट्टी तय है।