-रेलवे ने डेली पैसेंजर्स के लिए तय जर्नी को 150 से बढ़ाकर 160 किलोमीटर किया

- दस किमी का फायदा मिलने से रोजाना यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को मिलेगा फायदा

VARANASI

ट्रेन में रेग्यूलर जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को रेलवे ने नये साल का तोहफा दिया है। उन रेग्यूलर यात्रियों को बड़ी सुविधा दे दी है जो पास बनवाकर जर्नी करते हैं। अब तक इसकी दूरी का पैमाना जहां 150 किमी का था उसे बढ़ाकर 160 किमी की दूरी का कर दिया गया है। इससे अब तक पास बनवाकर यात्रा करने वाले यात्री जो अपने डेस्टिनेशन से पहले ही उतर जाते थे उन्हें इससे बहुत फायदा मिलेगा। खास बात यह कि इसके बदले में रेग्यूलर पैसेंजर्स को कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा।

10 किमी का मिला गिफ्ट

आसपास के स्टेशन से जुड़े शहरों में जॉब करने वालों में अधिकतर ट्रेन से डेली आते-जाते हैं। लगभग सभी ने रेलवे का पास बनवाया है। जिससे वे 150 किमी की वे यात्रा कर पाते हैं। अब वे 160 किमी की दूरी तक के लिए अपना सीजन या मासिक पास बनवा पाएंगे। अब तक रेलवे मात्र उन पैसेंजर का पास बनाता था जो 150 किमी की यात्रा नियमित करते थे, अब से सुविधा 10 किमी की अधिक बढ़ा दी गई है। इससे उन लोगों का भी अब सीजन व मासिक पास बन जाएगा जिनके डेस्टिनेशन की दूरी 160 किमी है।

कर्मचारी से स्टूडेंट्स तक

असल में रेलवे की ओर से हर महीने रेग्लूयर यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के लिए मासिक सीजन पास बनाया जाता है। इसके थ्रू यात्री संबंधित रूट पर चलने वाली ट्रेन में यात्रा कर सकता है। इसमें बड़ी संख्या में प्राइवेट व गवर्नमेंट जॉब करने वाले मासिक पास बनवाकर यात्रा करते हैं। कैंट, मंडुवाडीह व सिटी स्टेशन से होकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स भी पढ़ने के लिए आसपास के स्टेशन से बनारस आते हैं और शाम को वापस लौटते हैं। मासिक पास पर रेलवे में किराए में विशेष छूट यात्रियों को मिलती है। यही वजह है कि डेली जर्नी करने वाले पास को ही प्रिफर करते हैं।

हर महीने 200 पास

शहर में तो रेलवे के तीन बड़े स्टेशन हैं। इसमें से अकेले कैंट स्टेशन से प्रत्येक महीने 200 एमएसटी बनता है। इसके लिए जनरल टिकट बुकिंग हाल में अलग काउंटर बनाया गया है। जहां से नियमित यात्रा करने वाले पैसेंजर पास प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह मंडुवाडीह व सिटी स्टेशन पर भी इंतजाम किया गया है।

रेलवे की ओर से रेग्यूलर पैसेंजर्स को 160 किमी का एमएसटी जारी होने लगा है। यह सिस्टम में फीड हो गया है। इससे उन पैसेंजर्स को दस किलोमीटर का फायदा मिलेगा।

आनंद मोहन, डायरेक्टर

कैंट स्टेशन