-दो घंटे से अधिक लेट चल रही ट्रेन्स में जर्नी कर रहे पैसेंजर्स को फ्री में भोजन देने का दिया था फरमान

-लेकिन किसी भी ट्रेन के लेट रहने पर पैसेंजर्स को नहीं मुहैया कराया गया भोजन

<-दो घंटे से अधिक लेट चल रही ट्रेन्स में जर्नी कर रहे पैसेंजर्स को फ्री में भोजन देने का दिया था फरमान

-लेकिन किसी भी ट्रेन के लेट रहने पर पैसेंजर्स को नहीं मुहैया कराया गया भोजन

VARANASI: varanasi@inext.co.in

VARANASI: जबरदस्त फॉग व शीतलहर के चलते ट्रेनें कई-कई घंटे लेट से चल रही हैं। दो घंटे से अधिक लेट से चलने वाली ट्रेन्स के पैसेंजर्स को फ्री में खाना देने का फरमान जारी किया गया था। ये निर्देश कुछ दिनों पहले ही बनारस आये रेल मिनिस्टर सुरेश प्रभाकर प्रभु ने दिया था, लेकिन दो घंटे लेट से चलने वाली किसी भी ट्रेन के पैसेंजर्स को अब तक नाश्ता, दोपहर व रात का भोजन नहीं दिया जा सका है। इन्हें किसी भी स्टेशन पर फ्री में खाना मुहैया नहीं कराया गया। ऐसे में यूं कहें कि मंत्री जी की घोषणा डिरेल्ड हो गयी है तो गलत नहीं होगा।

ऑर्डर का कर रहे इंतजार

रेल मिनिस्टर ने भले बनारस में ये घोषणा कर दी हो पर कैंट स्टेशन एडमिनिस्ट्रेशन को दो घंटे लेट से चलने वाली ट्रेन्स के पैसेंजर्स को फ्री में खाना देने संबंधी कोई आदेश नहीं मिला है। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में इलेक्शन के बाद फोर्स के लिए चली जम्मूतवी-कोलकाता स्पेशल ट्रेन में सवार जवानों के लिए ही कैंट स्टेशन पर एक हजार नाश्ते का पैकेट देने का निर्देश दिया गया था। उनके लिए देर रात तक नाश्ते का पैकेट तैयार किया गया। इसके अलावा फ्री में भोजन दिये जाने से संबंधित कोई निर्देश अब तक नहीं मिला है।

खाना तो दूर नाश्ते को तरस गए

कोहरे के चलते लांग डिस्टेंस की ट्रेनें बैलगाड़ी हो गई हैं। किसी भी स्टेशन पर इन ट्रेन्स में जर्नी करने वालों को खाना देने के लिए कोई नहीं पहुंच रहा है। लंका के निवासी पंकज तिवारी ने बताया कि नई दिल्ली से बनारस आते समय लखनऊ आने पर पूड़ी-सब्जी खरीद कर खाया जिसकी क्वालिटी ऐसी थी कि ये खाना गले के नीचे नहीं उतर रहा था। वहीं दरभंगा के कृष्ण कुमार ने बताया कि ट्रेन क्म् घंटे लेट से स्टेशन पहुंची। ट्रेन के लेट होने पर ऐसा लगता है कि पैसेंजर्स गुनहगार हैं। फ्री खाना की बात तो दूर चाय तक देने के लिए कोई नहीं आया।

वर्जन---

ट्रेन्स के लेट होने पर पैसेंजर्स को खाना देने का जीओ नहीं मिला है। अगर ऑर्डर आ जाए तो ऐसे पैसेंजर्स को खाना देने में कोई प्रॉब्लम नहीं है।

बीएल लिंडा, स्टेशन प्रभारी

आईआरसीटीसी, वाराणसी