- त्यौहार के बाद लौटने वालों को हुई परेशानी

-कईयों को यात्रा कैंसिल करनी पड़ी, नहीं बढ़ाए गए ट्रेनों के कोच

ALLAHABAD:

रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ ही रेलवे के अधिकारियों ने भी दावा किया था कि इस बार होली पर ऐसा इंतजाम किया जाएगा कि लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। लेकिन होली पर किसी तरह लटक कर, धक्का खाकर होली मनाने आए हजारों लोगों को धक्का खाते हुए ही वापस लौटना पड़ा। धक्का-मुक्की और सीट कनफर्म न होने से पैसेंजर्स को होने वाली दिक्कत का नजारा रविवार को इलाहाबाद जंक्शन पर दिखाई पड़ा।

नहीं चली स्पेशल ट्रेन

पिछले साल दीपावली पर ही रेल मंत्रालय ने फेस्टीवल सीजन के दौरान वेटिंग लिस्ट लंबी होने पर एक्स्ट्रा कोच लगाने और 400 से अधिक वेटिंग लिस्ट होने पर क्लोन ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था। जो दीपावली पर सक्सेस नहीं हुआ। होली पर भी प्लान ने धोखा दे दिया। जिसकी वजह से पहले की तरह ही हजारों पैसेंजर्स को वेटिंग टिकट के साथ ही धक्का खाते हुए सफर करना पड़ा।

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दिल्ली-हावड़ा की ट्रेनों में नो रूम

वैसे तो 24 मार्च से ही होली मनाने के लिए घर आए लोगों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया था। लेकिन 27 तक छुट्टी होने के कारण रविवार को होली मनाकर लौटने वालों की सबसे ज्यादा भीड़ रही। दिल्ली और हावड़ा जाने वाली ट्रेनों में पैसेंजर्स की भीड़ टूट पड़ी। वहीं वेटिंग लिस्ट के बाद ब्रह्मपुत्र, पुरुषोत्तम, मगध, प्रयागराज, दूरंतो एक्सप्रेस में नो रूम की स्थिति रही। कईयों की सीट कनफर्म नहीं हो सकी।