- कालिंदी एक्सपे्रस ट्रेन के टॉयलेट में वेडनसडे को बम ब्लास्ट के बाद भी नहीं चेते अफसर

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कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में हुए बम ब्लास्ट के बाद भी बरेली रेलवे प्रशासन और पुलिस प्रशासन एक्टिव नहीं दिखा। रेलवे जंक्शन पर सामान्य दिनो जैसे ही हालात दिखे। थर्सडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रेलवे स्टेशन सिटी और बरेली जंक्शन का रियलिटी चेक किया तो हकीकत सामने आ गई। रेलवे जंक्शन और सिटी स्टेशन पर दोपहर को पर इंस्पेक्टर किसी काम से गए हुए थे, जबकि आरपीएफ और जीआरपी का अन्य स्टाफ डेली की तरह अपने ऑफिस में बैठा था।

जंक्शन पर मेटल डिटेक्टर तक नहीं

बरेली रेलवे जंक्शन कागजों में तो ए-1 श्रेणी में आता है, लेकिन यहां पर सिक्योरिटी के नाम पर मेटल डिटेक्टर तक नहीं है। रेलवे जंक्शन के एंट्री गेट पर कोई कांस्टेबल तक मौजूद नहीं था। जो चाहे आराम से आ रहा था और जा रहा था। एक घंटा मेन एंट्री पर रुककर टीम ने सिक्योरिटी का जायजा लिया, लेकिन कोई पुलिसकर्मी चेक करने के नाम पर नहीं पहुंचा।

एनईआर के स्टेशन पर बेपरवाह

बरेली जंक्शन से लगे दो प्लेटफार्म एनईआर रेलवे के भी हैं, जहां पहुंचने के लिए सुभाषनगर में दूसरा एंट्री गेट भी ओपन किया गया है, इन प्लेटफॉर्म पर भी सुरक्षा के नाम पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं दिखा। यहां तक कि सुभाषनगर से आने वाले राहगीर भी आराम से प्लेटफॉर्म और फुटओवर ब्रिज से होकर निकल रहे थे। उन्हें भी कोई रोकने वाला नहीं था।

सिटी स्टेशन पर भी सुरक्षा नहीं

रेलवे स्टेशन सिटी पर भी जब सिक्योरिटी का जायजा लिया तो सिटी स्टेशन के मेन एंट्री गेट पर भी कोई मेटल डिटेक्टर नहीं दिखा। जीआरपी और आरपीएफ इंस्पेक्टर थाने में नहीं थे। स्टाफ से जब पूछा गया कि आज क्या कोई चेकिंग चलाई गई तो वह कहने लगे कि चेकिंग तो रोज ही चलती है।

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स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी चेकिंग अभियान तो चलाती रहती है, लेकिन मेटल डिटेक्टर अभी हमारे स्टेशन पर नहीं लगे हैं।

सत्यवीर सिंह, स्टेशन मैनेजर