JAMSHEDPUR: परसुडीह थाना क्षेत्र के खासमहल रेलवे अस्पताल के पीछे साउथ सेटलमेंट मेडिकल कॉलोनी मुख्य मार्ग पर पड़ोसियों ने आपसी रंजिश में महिला रेलकर्मी त्रिलोका मंडल (भ्भ्) पर लाठी-डंडा, लात-घूंसे, कुल्हाड़ी और कुदाल से हमलाकर लहूलुहान कर दिया। गंभीरावस्था में तिरलोका को रेलवे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के समय तिरलोका घर से निकल कर पैदल ही पीडब्लूआइ कार्यालय जा रही थी। घटना मंगलवार की सुबह सवा आठ बजे की है। मृतका की बेटी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ोसी बबली बेहरा की पत्‍‌नी गीता बेहरा, रेलवे कर्मचारी सीता सरदार, उसकी पुत्री अनिता सरदार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। मृतका की अष्टमी, अनामिका और लक्खी तीन बेटियां और एक छोटा बेटा है, जो आदित्यपुर सेंट्रल स्कूल में पढ़ाई करता है। बेटी लक्खी टीएमएच में बतौर नर्स कार्यरत है।

बेटी ने भागकर बचायी जान

जिस समय त्रिलोका मंडल को पड़ोसी लाठी-डंडों से पीट रहे थे उस समय उसकी बेटी अष्टमी वहां मौजूद थी। अष्टमी ने मां को बचाने के लिए चीखीं-चिल्लायी, लोगों से मदद मांगी लेकिन कोई आगे नहीं आया, बल्कि हमलावर उसी पर टूट पड़े। किसी तरह अष्टमी ने भागकर अपनी जान बचायी। त्रिलोका को अधमरा कर हमलावर आराम से गली के रास्ते फरार हो गये।

आ जाते इंस्पेक्टर तो बच जाती त्रिलोका

जिस समय तिरलोका मंडल पर उसके पड़ोसी हमला कर रहे थे, उस समय अष्टमी मां को बचाने के लिए रेलवे अस्पताल के पीछे रह रहे टेल्को सर्किल इंस्पेक्टर केएन राम से मदद मांगने उनके घर पहुंची थी। लेकिन इंस्पेक्टर घर से नहीं निकले और अष्टमी से कह दिया कि वे परसुडीह पुलिस को सूचित कर देते हैं। अगर वे मदद को आ जाते तो शायद त्रिलोका की जान बच जाती ।

बेटी के बयान पर नामजद मुकदमा

मृतका की पुत्री ने जिन पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया पुलिस के पहुंचने पर सभी घर से नदारद मिले। विधि व्यवस्था डीएसपी विमल कुमार ने भी मृतका की पुत्रियों और आस-पास के लोगों से घटना को लेकर घंटों पूछताछ की। पुत्री ने हत्या का आरोप पड़ोसी बबली बेहरा, उसके पुत्र नर्सिग बेहरा, पत्‍‌नी गीता बेहरा, सीता सरदार समेत लाल मोहन सरदार, मुकेश सरदार, राजेश सरदार, अरमान और गोपी पर लगाया है।

क्भ् सितंबर को गायब हुए थे कुत्ता-बिल्ली

त्रिलोका ने अच्छी नस्ल का कुत्ता और एक बिल्ली पाल रखी थी। दोनों क्भ् सितंबर को घर से गायब हो गये। खोजबीन करने पर दोनों मरे पाये गये। इस मामले में तिरलोका ने मुकेश सरदार, राजेश सरदार, बबली बेहरा, नरसिंह मंडल, अरमान, गोपी और अन्य के खिलाफ कुत्ता-बिल्ली को मारकर दफना देने का आरोप लगाते हुए परसुडीह थाने में शिकायत दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

बेटी से दुष्कर्म का भी किया प्रयास

इस घटना के बाद त्रिलोका की छोटी बेटी के साथ एक अक्टूबर को घर में घुसकर दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया। इस मामले में तिरलोका ने मुकेश और राजेश सरदार को आरोपित किया। पुलिस ने मामले में राजेश सरदार को पकड़ा, लेकिन एक स्कूल के संचालक की पैरवी पर उसे छोड़ दिया। राजेश सरदार रेलवे कर्मचारी है।

प्राथमिकी से बौखलाये थे पड़ोसी

कुत्ता-बिल्ली गायब कर मार देने और दुष्कर्म के प्रयास की प्राथमिकी को लेकर सभी पड़ोसी एकजुट हो गये थे। तिरलोका से उन सभी का विवाद भी होता था। मंगलवार की सुबह भी मृतका को पड़ोसी गाली देते रहे। जैसे ही वह घर से डयूटी जाने को पैदल निकली। मुख्य सड़क पर उसे पड़ोसियों ने घेर लिया। करीब ख्0 मीटर तक उसे घसीट-घसीट कर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका के चप्पल घर से कुछ दूरी पर बरामद हुए।

बबली बेहरा के घर से सामान बरामद

त्रिलोका की हत्या के बाद फरार पड़ोसी बबली बेहरा के घर से कुदाल (ताना) जैसा एक सामान बरामद किया गया, जिसे मृतका डयूटी जाने के दौरान साथ ले जाती थी।