JAMSHEDPUR: मौसम का मिजाज तीन दिन से बिगड़ा हुआ है। बुधवार को सुबह से ही बूंदा-बांदी शुरू हो गई। दोपहर के तीन बजते-बजते अचानक बारिश तेज हो गई। आसमान में इतने घने बादल छाए कि दिन में ही अंधेरा सा छा गया। तेज बारिश के कारण लोग जहां-तहां दुबक गए। शाम को चार बजे जैसे ही स्कूलों की छुट्टी हुई, बच्चे परेशान हो गए। बारिश रुक ही नहीं रही थी। कई तो भींगते हुए ही घर निकल गए। आफिस से छुट्टी के बाद घर लौटने वालों को भी काफी परेशानी हुई। सड़क पर बाइक-कार की लाइट जलने लगी, तो कंपनी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटें जला दी गई।

बाजार में पसरा सन्नाटा

बारिश से बाजारों में भी सन्नाटा रहा। खासकर साकची व बिष्टुपुर बाजार में सुबह से ही ग्राहकों की आवक कम रही। दोपहर बाद तो नहीं के बराबर रही। दीपावली-धनतेरस को लेकर अधिकांश दुकानों ने अपने उत्पाद बाहर रखे हुए थे, उन्हें हटाना पड़ा। बारिश तेज होते ही दुकानदार गेट पर लगे झालर, होर्डिग, स्टैंडी आदि भी समेटने लगे। त्योहारी मौसम में जहां अधिकांश दुकानदार ऑनलाइन शॉपिंग से परेशान हैं, ठंड के मौसम में झमाझम बारिश ने संकट में इजाफा कर दिया। दुकानदार इस बात से परेशान हैं कि पता नहीं यह बारिश कब तक रहेगी। डर है कि कहीं दीपावली तक बारिश होती रही तो लाखों का नुकसान हो जाएगा।

आज भी बारिश के आसार

बारिश के बाद शहर का अधिकतम तापमान बुधवार को 4.0 डिग्री सेल्सियस गिर गया। मौसम विभाग ने शहर का तापमान अधिकतम 29.0 और न्यूनतम 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बारिश के बाद अधिकतम तापमान 4.0 डिग्री घटा है जबकि न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री बढ़ा है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार शहर में गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बदला हुआ रहेगा। इस दौरान बारिश भी हो सकती है।

कुम्हारों पर पड़ी दोहरी मार

कैंडल, चाइनीज लाइट और डिजाइनर दीयों से स्थानीय कुम्हार संकट महसूस कर ही रहे हैं, बारिश उम्मीदों पर पानी फेरता दिखा। दीपावली के लिए दीया, चुक्का, ढकनी आदि बना रहे कुम्हारों का काम सुबह से ही बंद था, तेज बारिश से तैयार माल खराब होने का डर सताने लगा। खासकर बाराद्वारी और मानगो के कुम्हारों की बस्ती में मायूसी छाई हुई है। उनका कहना है कि पहले से उनके बनाए दीये-चुक्के की बिक्री कम थी, तीन-चार दिन से खराब मौसम ने उनकी हालत बिगाड़ दी है।

पंडाल निर्माण में बारिश बनी बाधक

शहर में काली पूजा की तैयारी जोरों पर है। जगह-जगह पूजा पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। बुधवार को शहर में हुई बारिश पूजा पंडाल के निर्माण में बाधक बनी। बारिश के कारण पंडाल निर्माण का कार्य रोक देना पड़ा।