आगरा। गुरुवार को हुई बारिश ने शहर के खोखले विकास को एक बार फिर सामने ला दिया। बारिश ने न सिर्फ ठंड से लोगों को परेशान कर दिया, बल्कि शहर में जगह-जगह हो रहे गड्ढे और जलभराव से भी लोगों को परेशान कर दिया। पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के अफसरों को हादसे का इंतजार है। सड़कों के गड्ढों को भरने के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही निभाई गई। निर्धारित समयावधि गुजर जाने के बाद भी गड्ढे और टूटी सड़कों को ज्यों का त्यों छोड़ दिया गया।

ग्वालियर हाइवे पर जानलेवा जलभराव

ग्वालियर हाइवे पर हल्की सी बारिश में जानलेवा जलभराव हो जाता है। बीते शनिवार को राह गुजरते समय एक स्कूटी सवार महिला की गड्ढे में गिरकर मौत हो गई थी। गुरुवार को हुई बारिश से रोहता से लेकर नगला पदमा तक रोड जलमग्न हो गया है। इसके चलते लोगों को निकलने में हादसे का डर सता रहा है। कोई भरोसा नहीं कि राह चलते कब गड्ढे में समा जाएं। पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने न तो गड्ढे भरवाए और न ही ड्रेनेज सिस्टम के लिए कोई व्यवस्था की।

बता दें कि आगरा-ग्वालियर-मुंबई को जोड़ने वाले हाइवे के रखरखाव की जिम्मेदारी दो विभागों की है। इसमें रोहता पीएनबी से आगे के हिस्से को एनएचएआई देखता है तो रोहता सुरक्षा विहार कॉलोनी से लेकर बिजलीघर तक पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी है। इसमें सेवला के नगला पदमा से लेकर रोहता तक सड़क में गहरे गड्ढे हो गए हैं। एक किमी के दायरे में रोड पर पानी भरा हुआ है।

नहीं है पानी निकासी की व्यवस्था

आगरा-ग्वालियर हाइवे पर ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था न होने के कारण आवासीय इलाकों का पानी हाइवे पर भर जाता है। इसके कारण हाइवे क्षतिग्रस्त होने लगता है। सेवला नगला पदमा के समीप हरीनगर बस्ती का पानी रोड पर भर गया है। इसके चलते जल निकासी के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण रोड ध्वस्त हो रहा है।

क्या बोले जिम्मेदार

इस बारे में एनएचएआई आगरा-ग्वालियर सेक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज जैन ने बताया कि हमारा प्रपोजल तैयार है, लेकिन हम अपने हिस्से का काम करेंगे। शेष काम पीडब्ल्यूडी और स्थानीय निकाय को करना है। जहां तक हाइवे पर जलभराव की बात है, तो इसको दिखवाया जाएगा।

सिकंदरा फ्लाईओवर पर जलभराव

सिकंदरा सब्जी मंडी के सामने एनएचएआई ने फ्लाईओवर तो खड़ा कर दिया, लेकिन जल निकासी के लिए कोई पर्याप्त इंतजाम नहीं किया। यही कारण है कि गुरुवार को बारिश होने से हाईवे पर फ्लाईओवर के दोनों ओर जलभराव हो गया। इसके चलते दोपहिया वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

शहर में जगह-जगह हुआ जलभराव

गुरुवार को पूरे दिन रह-रह कर बारिश होती रही। शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हल्की सी बारिश ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। शहर के 441 नालों की सफाई के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए। समें 31 बड़े नाले, 399 छोटे नाले और 16 अन्डरग्राउंड नाले भी शामिल थे। इनको 30 जून 2019 तक साफ करने का दावा किया गया था, लेकिन वे साफ नहीं हो सके। इस वजह से संजय प्लेस, पालीवाल पार्क रोड, एमजी रोड-2, सिकंदरा हाइवे, चर्च रोड, सूरसदन तिराहा, रामनगर, आजमपाड़ा, खंदारी, हसनपुरा, राजामंडी, दयालबाग, नगला पदी आदि स्थानों पर जलभराव हो गया।