जयपुर (आईएएनएस)। राजस्थान में आज शुक्रवार से विशेष विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। इस बीच राजस्थान में बीते महीने से चल रहे सियासी संकट में अब एक नया मोड़ आने के आसार दिख रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस नेता सचिन पायलट के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे में लौटने के बाद पार्टी के अंदर स्थितियां सामान्य होती दिख रही हैं। वहीं दूसरी ओर अब विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है। भाजपा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को कहा उनकी पार्टी शुक्रवार से शुरू हो रहे विशेष विधानसभा सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। भाजपा ने गुरुवार को विधायक दल की बैठक भी बुलाई।

बैठक में माैजूद रहे ये भाजपा के ये नेता

इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव, राज्य भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना और वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) वी सतीश, गुलाब चंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ समेत अन्य कई लोग माैजूद रहे।बैठक की शुरुआत से पहले, सतीश पूनिया ने कहा कि राज्य सरकार कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है और इसलिए पार्टी से अविश्वास प्रस्ताव की उम्मीद है। वहीं गुलाब चंद कटारिया ने बाद में कहा कि एक महीने से गहलोत सरकार राज्य की महत्वाकांक्षी केंद्र सरकार की योजनाओं की अनदेखी करते हुए होटलों में डेरा डाले हुए है।

समस्याओं की अनदेखी कर रही सरकार

राज्य सरकार जो प्रचार कर रही है उसके खिलाफ काम कर रही है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी डेढ़ साल पहले राज्य में सत्ता में आने के बाद से लोगों और उनकी समस्याओं की अनदेखी कर रही है। हमारी योजनाओं के बारे में, अब हम केंद्रीय योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं। बता दें कि वसुंधरा राजे राज्य में जारी राजनीतिक संकट के दौरान पहली बार जयपुर आई हैं। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने के अलावा, उन्होंने कुछ ट्वीट्स किए। हालांकि इस मुद्दे पर सभी ने चुप्पी साधे रखी ।

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