राजस्थान के टोंक जिले के निवाई विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हीरा लाल रैगर के बेटे ने शुक्रवार को अजमेर में कृषि उपज मंडी में फोर्थ क्लास कर्मचारी यानि चपरासी के पद के लिए इंटरव्यू दिया है. इस खबर पर आप भले ही हैरान हों लेकिन विधायक महोदय ने सच से चेहरा नहीं छुपाया और बताया कि वे खुद तो तीन विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. गोल्ड मेडल तक पा चुके हैं. लेकिन उनका बेटा हंसराज पढ़ाई में कमजोर रह गया और आठवीं क्लास तक ही पढ़ पाया. अब उनकी इच्छो है कि उसका फ्यूचर सेव हो जाए. अब चूंकि वे समाज कल्याण विभाग में उप-निदेशक रहे हैं इसलिए जानते हैं कि सरकारी नौकरी मिलने से उसका भविष्य सुरक्षित हो सकता है.

हीरालाल ने कहा कि इतनी कम एजुकेशन के बाद वो ऐसे ही जॉब के लिए एलिजेबल है. इस वजह से जब कृषि उपज मंडी, अजमेर में फोर्थ क्लास पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकला तो उन्होंने बेटे को उसके लिए आवेदन करने के लिए कहा और इसी के इंटरव्यू के लिए उसे शुक्रवार को बुलाया गया था. हालाकि विधायक जी ये नहीं बता सके कि खुद इतने शिक्षित होने के बावजूद वो बेटे की पढ़ाई पर क्यों ध्यान नहीं दे सके.

फिल्हाल हीरालाल जी को उम्मीद है कि इंटरव्यू अच्छा हुआ होगा और बेटे को नौकरी मिल जाएगी. टोंक से दो बार सांसद रहने वाले हीरालाल का मानना है कि इंसान को वही काम करना चाहिए जो उसकी योग्यता हो और उनके अनुसार उनका बेटा कम पढ़ा लिखा है, इसलिए इसी तरह की नौकरी के लायक है.

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