हिस्ट्रीशीटर के लिए खुले हैं राजभवन के दरवाजे: आजम

गवर्नर पर एक बार फिर सीधा हमला

LUCKNOW: प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री मोहम्मद आजम खां ने गवर्नर पर संगीन आरोप लगाये हैं। शुक्रवार को शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जो हमारे जानी दुश्मन हैं वह गवर्नर हाउस के प्रिय हैं। उन्होंने गवर्नर पर सीधा आरोप लगाया कि हमारी हत्या की सुपारी देने वालों से गवर्नर रात में मिलते हैं और उनके लिए गवर्नर हाउस के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। आजम ने रामपुर के लोगों से गवर्नर की मुलाकात को सीधे तौर पर अपने खिलाफ साजिश का हिस्सा बताया।

राजभवन जाने से हम डरते हैं

आजम खां ने कहा कि वह गवर्नर से डरते हैं इसलिए राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में नहीं गये। डर इस बात का कि क्या पता किस बात पर वह मुझे बर्खास्त कर दें। गवर्नर का नाम लिये बिना आजम खां ने कहा कि अयोध्या में मंदिर और मस्जिद का फैसला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग हैं लेकिन गवर्नर साहब वहां भी अपना फैसला दे चुके हैं।

पीएम पर भी बोला हमला

आजम खां ने प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी ने सत्ता में आते ही दो चीजें शुरू की थीं। एक तो सबके हाथ में झाड़ू थमाया था, जो सिर्फ फोटो खिंचवाने के काम आया और दूसरा सेल्फी पर उन्होंने अमल किया। सालाना ढाई हजार से तीन हजार युवा सेल्फी की बुनियाद पर अपनी जान गंवा चुके हैं। झाड़ू तो हवा हो गया लेकिन सेल्फी लोगों की जान ले रहा है यहां तक कि जहाज के पायलट भी जहाज उड़ाते हुए सेल्फी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री को ऐसा ना करने की अपील करनी चाहिए ताकि लोगों की जान बच सके। जाकिर नाईक की पीस टीवी चैनल पर प्रतिबंध पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में आजम ने कहा कि मेरी कौन सुनता है। मेरी भैंस की सुनवाई हो जाती है।

दरवाजे हिस्ट्रीशीटर के लिए खुलते है। राज्यपाल को हर वह हिस्ट्रीशीटर पसंद है जिसने हमें जान से मारने की धमकी दी। वह महामहिम हैं, कोई मजाक नहीं है। मुझे मंत्री पद से बर्खास्त कर देंगे तो क्या होगा? उनसे डरना तो पड़ेगा ही।

आजम खां, संसदीय कार्यमंत्री