क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रांची से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस एकबार फिर दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई. यार्ड से निकलते ही ट्रेन का कपलिंक टूट गया. जिससे कि 15 बोगियां लेकर इंजन रांची स्टेशन की ओर बढ़ गया. वहीं पांच बोगियां पीछे ही छूट गईं. हालांकि ट्रेन में कोई पैसेंजर नहीं था, जिससे कि एक बड़ा हादसा टल गया. वहीं पीछे से भी कोई ट्रेन नहीं आ रही थी. इसके बाद ट्रेन को वापस यार्ड में ले जाया गया, जहां मेंटेनेंस के बाद ट्रेन को साढ़े चार घंटे बाद दिल्ली के लिए रवाना किया गया. बताते चलें कि ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने के बाद रांची स्टेशन पर पैसेंजर्स के बीच अफरा-तफरी मच गई, जहां अनाउंसमेंट कर उन्हें बताया गया कि ट्रेन के दुरुस्त होने के बाद उसे रवाना किया जाएगा.

मामले की जांच के आदेश

हटिया यार्ड से खुलने के बाद ट्रेन रांची स्टेशन की ओर बढ़ रही थी. इस बीच बिरसा चौक फ्लाईओवर पहुंचते ही ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई. घटना की जानकारी मिलते ही सीनियर डीओएम नीरज कुमार के साथ अधिकारियों की फौज तत्काल घटनास्थल पहुंची और ट्रेन को वापस यार्ड में ले जाया गया, जहां पर कपलिंग को दुरुस्त करने के बाद ट्रेन को चेक किया गया. इसके बाद ट्रेन साढ़े आठ बजे रांची स्टेशन भेजी गई. इतना ही नहीं, दुर्घटना के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में राजधानी एक्सप्रेस

ट्रेन में अव्यवस्था को लेकर रांची-नई दिल्ली एक्सप्रेस लगातार चर्चा में है. कभी पैसेंजर्स को खराब खाना परोस दिया जाता है तो कभी कैटरर्स के मिसबिहेव का सामना पैसेंजर्स को करना पड़ता है. इतना ही नहीं, पैसेंजर्स को खाना देने वाली एजेंसी के पास तो फूड लाइसेंस भी नहीं है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेलवे को ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स की कोई फिक्र नहीं है. वहीं कपलिंग टूटने के हादसे से यह तो साफ हो गया है कि पैसेंजर्स की जान को रेलवे हल्के में ले रहा है.