ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर 29 जनवरी 2019 को प्रो। राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जू भइया की जयंती का प्रोग्राम तय कर लिया है। इस अवसर पर उनकी याद में कई कार्यक्रम होंगे। इसके लिए कुलपति प्रो। आरएल हांगलू ने एक कमेटी का गठन किया है। जिसमें आठ वरिष्ठ प्रोफेसर को शामिल किया गया है। कमेटी में रसायन विज्ञान विभाग के प्रो। आरकेपी सिंह, वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रो। डीके चौहान, हिंदी विभाग के प्रो। वाईपी सिंह, उर्दू विभाग के प्रो। फातमी एवं प्राणी विज्ञान विभाग के डॉ। केपी सिंह तथा रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ला और फाइनेंस ऑफिसर एसके मिश्रा शामिल हैं।

नहीं सकी थी संगोष्ठी

बता दें कि इसी वर्ष 29 जनवरी 2018 को विवि में जयंती समारोह को कैंसिल करना पड़ा था। इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद, पूर्व निदेशक एनसीईआरटी जगमोहन सिंह राजपूत, एक्स। वीसी एवं आरएसएस के क्षेत्रीय संघ चालक प्रो। डीपी सिंह, एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास, कुलपति प्रो। राजा राम यादव, दरभंगा विवि के एक्स। वीसी प्रो। साकेत कुशवाहा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था। जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बुलाने की प्लानिंग थी। लेकिन ऐन वक्त पर कार्यक्रम कैंसिल करना पड़ा।

29 जनवरी 2018 को नहीं हो सका था कार्यक्रम

- आरएसएस के पूर्व सर संघ चालक प्रो। राजेन्द्र सिंह की 96वीं जयंती के अवसर पर सीनेट हाल में आयोजित कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया था।

- इससे उस समय संघ और एबीवीपी से जुड़े वरिष्ठ नेता सकते में थे।

- उन्होंने इसका ठीकरा एयू वीसी पर फोड़ा था।

- तब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के चतुर्थ सर संघ चालक की जयंती पर सीनेट हाल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाना था।

- गोष्ठी का विषय उच्च शिक्षा की चुनौतियां एवं समाधान था।

लगातार गर्माया हुआ था कैम्पस

- वृहद स्तर पर होने वाले इस कार्यक्रम की रूपरेखा भौतिकी विभाग और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विवि विभाग ने मिलकर तैयार की थी।

- 96वीं जयंती से पहले लगातार कई मामलों को लेकर एबीवीपी से जुड़े छात्र लगातार वीसी प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ आन्दोलित थे।

- आरोप था कि उनके इशारे पर ही यह आयोजन कैंसिल किया गया।

- हालांकि, तब विभाग के हेड प्रो। एके राय ने वीसी पर लगे आरोपों को गलत बताया था।

रज्जू भैया भौतिक विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष रहे थे। समाजसेवा में भी उनका अद्वितीय योगदान था। विवि उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करने हेतु बड़े कार्यक्रम की तैयारी में जुटा है।

डॉ। चित्तरंजन कुमार, पीआरओ एयू