'इंफोसिस और अलकायदा में सिर्फ सोच का फर्क'

- गृहमंत्री राजनाथ ने एकेटीयू में सोच का महत्व बताया

LUCKNOW : गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि न्यूयार्क में निकलने वाले एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र में एक लेख निकला था। जिसका टॉपिक इंफोसिस बनाम अलकायदा था। मैं तो सिर्फ शीर्षक देखकर ही चौक गया। जब इस लेख को पढ़ा तो पता चला कि यह तो दोनों संस्थाओं के काम करने का तरीका एक जैसा है, सिर्फ उनकी सोच में फर्क है। गृहमंत्री शनिवार को राजधानी लखनऊ में एकेटीयू के कॉन्वोकेशन समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि आंतकी संगठन अलकायदा और आईटी कंपनी इन्फोसिस में एक टेक्नोलॉजी का प्रयोग समाज के कल्याण के लिए तो दूसरा उसके विध्वंस के लिए कर रहा है।

आपकी सोच महत्व रखती है

राजनाथ सिंह ने स्टूडेंट्स को नसीहत देते हुए कहा कि जिंदगी में सोच काफी महत्व रखती है। आज के युवाओं को सोच बदलने की जरुरत है। जहां एक युवा इंजीनियरिंग कर अलकायदा ज्वाइन करता है, वहीं एक युवा आईटी कंपनी इन्फोसिस। उन्होंने कहा दोनों टैलेंटेड होते हैं, लेकिन एक समाज के लिए फायदेमंद हैं, तो दूसरा विनाशकारी है। उन्होंने कहा कि हमें सोच को बदलना होगा। तभी टेक्नोलॉजी को सही ढंग से इस्तेमाल कर सकेंगे। इस मौके पर राजनाथ ने कहा कि भारत किसी से पीछे नही है। सभी बाहरी कंपनियां हमारे देश में आ रही हैं। बड़ी कंपनियों के बड़े पद पर बैठे लोग भारतीय हैं।