प्रयाग संगीत समिति में मनाया गया आरएसएस का रक्षाबंधन उत्सव

ALLAHABAD: देश के समक्ष आंतरिक व वाह्य चुनौतियां हैं। इससे निपटने के लिए आपसी एकता की जरूरत है। ये बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वांतरंजन ने कही। वे थर्सडे को आरएसएस की ओर से प्रयाग संगीत समिति में आयोजित रक्षाबंधन उत्सव में बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हम अपनी कमियों को छोड़कर घर आने वालों को जोड़ने की मुहिम चलाएंगे। इससे ही देश व समाज का कल्याण होगा।

छुआछूत को जगह नहीं

उन्होंने कहा कि समाज की गरीबी व अशिक्षा का लाभ उठाकर काफी लोगों का धर्मातरण किया गया है। ऐसे लोग यदि घर वापसी करते हैं तो हम स्वागत करेंगे। छुआछूत के लिए समाज में कोई स्थान नहीं है। समाज को शिक्षित, सबल व आत्मनिर्भर बनाकर हर चुनौती का मुकाबला किया जा सकता है। भारत एक प्राचीन राष्ट्र है। इसकी अपनी संस्कृति ¨हदू की है। पाश्चात्य नजरों से भारत को समझने की कोशिश करने वाले इसकी विविधता को देखकर भ्रमित हो जाते हैं। अध्यक्षता कर रहे डॉ। आलोक मिश्र ने देशवासियों से मानसिक गुलामी छोड़ने की अपील की। इसके पहले स्वांतरंजन, विश्वनाथ लाल निगम, राम शिरोमणि व डॉ। आलोक मिश्र ने ध्वजा पूजन किया। अंत में सभी लोगों ने एक-दूसरे को राखी बांधी। समारोह में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, सांसद विनोद सोनकर, विभाग प्रचारक मनोज, प्रचार प्रमुख मुरारजी त्रिपाठी, नागेंद्र, आलोक मालवीय, अनामिका चौधरी, डॉ। सत्यपाल तिवारी आदि मौजूद रहे।