- कुंभकर्ण वध से लेकर लक्ष्मण शक्ति समेत कई लीलाओं का हुआ मंचन

- श्री राम कथा का मंचन देखकर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

<- कुंभकर्ण वध से लेकर लक्ष्मण शक्ति समेत कई लीलाओं का हुआ मंचन

- श्री राम कथा का मंचन देखकर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: राम कथा पर आधारित शहर में चल रही रामलीलाएं अपने आखिरी चरण में पहुंच गई। बुधवार को लंका कांड के अन्तर्गत युद्ध की कथा के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया गया। इस अवसर पर कुंभ कर्ण वध, लक्ष्मण शक्ति प्रसंग, मेघनाथ वध आदि की कथा को मंचन पर शानदार तरीके से कमेटियों की ओर से पेश किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने रामलीला कमेटियों में पहुंचकर प्रभु की कथा का मंचन देखा। देर रात तक लोगों की भीड़ रामलीलाओं के मंचन को देखने के लिए उमड़ती रही।

सती सुलोचना के विलाप से पिघल गया दर्शकों का हृदय

श्री दारागंज रामलीला कमेटी की ओर से बुधवार को मंचित की लीला की शुरुआत सती सुलोचना के करूण विलाप से हुई। मेघनाथ की पत्‍‌नी सुलोचना द्वारा पति के शीश को अपनी गोद में रखकर विलाप करने के प्रसंग को बेहद मार्मिक ढंग से पेश किया गया। विलाप को सुनकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों की आंखे भी नम हो गई। रामलीला के मंचन के बाद भगवान की सवारी जीटी रोड होते हुए श्रृंगार भवन तक पहुंची। समिति के मीडिया प्रभारी तीर्थराज पाण्डेय ने बताया कि बृहस्पतिवार को आलोपीबाग लीला मैदान में पूर्व परम्परा के अनुसार श्री कटरा रामलीला कमेटी व दारागंज रामलीला कमेटी के द्वारा संयुक्त रूप से रावण वध का होगा। जबकि कटरा रामलीला कमेटी के प्रभु श्री राम रावण वध में शामिल नहीं होगे।

कुंभकर्ण के आगे बौने दिखती थी वानर सेना

श्री पथचरट्टी रामलीला कमेटी में कुंभकर्ण और वानर सेना के बीच हुए युद्ध से प्रसंग के मंचन की शुरुआत हुई। कमेटी की ओर से तैयार किए गए ख्0 फिट की विशालकाय कुंभकर्ण वानर सेना को गाजर मूली की तरह काट रहा था। इस प्रसंग को देखकर दर्शक भी रोमांच से भर गए। इसके बाद मेघनाथ और लक्ष्मण केबीच हुए भीषण युद्ध को शानदार तरीके से पेश किया गया। लक्ष्मण को शक्ति लगने के प्रसंग समेत अन्य कई प्रसंगों का शानदार प्रदर्शन हुआ। इसके बाद रावण व राम युद्ध के पूर्व आखिरी रात को प्रदर्शित करने के लिए यही रात अंतिम, यही रात भारी गीत की शानदार प्रस्तुति हुई। कमेटी के मीडिया प्रभारी लल्लू लाल गुप्ता सौरभ ने बताया कि विजयदशमी के अवसर पर कमेटी की ओर से ऐतिहासिक रामदल अपने पूरे वैभव के साथ निकलेगा।

संजीवनी बूटी से लक्ष्मण के प्राणों की हुई रक्षा

श्री कटरा रामलीला कमेटी में बुधवार को लीला के मंचन की शुरुआत कुंभकर्ण प्रसंग से हुई। जिसके बाद लक्ष्मण शक्ति प्रसंग, मेघनाथ वध, हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी को लाने आदि के प्रसंग को बेहद शानदार तरीके से पेश किया गया। इस अवसर पर दर्शक आखिर तक प्रसंग के मंचन को देखकर आनंदित होते रहे।