अयोध्या (एएनआई)। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तैयारियों का जायजा लेने के लिए सप्ताह में दूसरी बार रविवार को यहां आने वाले थे। मगर कैबिनेट मंत्री कमल रानी के निधन के बाद उनका दौरा कैंसिल कर दिश्स गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को यहां राम मंदिर का शिलान्यास करने वाले हैं जिसके बाद मंदिर का निर्माण अयोध्या में शुरू होगा। समारोह में कई गणमान्य लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। एएनआई से बात करते हुए बीजेपी के दिग्गज नेता, जो राम मंदिर आंदोलन से निकटता से जुड़े रहे हैं, विनय कटियार ने एएनआई को बताया कि राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे, यह राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि उसे तैयारियों की देखरेख करनी चाहिए।

रोशनी से रोशन होगा अयोध्या
पूरे अयोध्या को सजाने की तैयारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में भी की जा रही है। शनिवार को अयोध्या के कई इलाकों को दीयों (मिट्टी के दीयों) और रंगीन रोशनी से रोशन किया गया। पिछले एक महीने में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित राज्य के सभी शीर्ष अधिकारी अयोध्या का दौरा कर चुके हैं। अयोध्या में सड़कों का चौड़ीकरण हो या अन्य विकासात्मक गतिविधियाँ। पूरे शहर की तस्वीर अब बदली हुई नजर आ रही है।

प्रशासन हुआ अलर्ट
शनिवार को, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), अयोध्या ने कहा कि कोविड -19 प्रोटोकॉल को लागू किया गया है। एसएसपी ने कहा, "हमने सभी से अनुरोध किया है कि वे पांच से अधिक लोगों को एक स्थान पर इकट्ठा न होने दें। हमने यातायात की गति को कम करने के लिए 12 स्थानों पर रूट डायवर्जन की योजना बनाई है।" अयोध्या के एक स्थानीय निवासी रमेश ने एएनआई को बताया कि राम मंदिर के लिए काम शुरू करना उनके लिए गर्व का क्षण था। "यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और सरकार इस शहर के सर्वांगीण विकास के लिए अद्भुत काम कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 9 नवंबर को केंद्र सरकार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए स्थल सौंपने का निर्देश दिया था।

National News inextlive from India News Desk