अयोध्या (एएनआई)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के 'गर्भ गृह' के निर्माण की आधारशिला रखी और पहला नक्काशीदार पत्थर रखा। उन्‍होंने राम मंदिर निर्माण के इंजीनियरों को अंग वस्त्र पहनाकर सम्‍मानित किया। समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ आज सुबह शहर पहुंचे थे। साथ ही इस शुभ अवसर पर देश भर से संतों और संतों को आमंत्रित किया गया था। इसके समारोह के बाद सीएम योगी द्रविड़ स्टाइल के मंदिर श्री रामलला सदन का भी उद्घाटन करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। मंदिर निर्माण के प्रभारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार मंदिर के गर्भगृह के दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
2025 तक मंदिर परिसर का हो जाएगा मुख्‍य निर्माण
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर गर्भ गृह पर काम आज से शुरू हो रहा है। हमारे पास 2 स्‍टेज का टाइम फ्रेम है। (काम को पूरा करने के लिए)। उन्‍होंने आगे बताया कि 2023 तक गर्भगृह का निर्माण हो जाएगा। साथ ही 2024 तक तक मंदिर निर्माण और 2025 तक मंदिर परिसर का मुख्य निर्माण हो जाएगा। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। 5 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी। जिसके बाद से मंदिर बनने का काम चल रहा है। भारत के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की पांच जज की बेंच ने 9 नवंबर, 2019 को अपना फैसला सुनाया था। उन्‍होंने कहा था कि अयोध्या में जहां बाबरी मस्जिद थी। वह जगह राम लला की है, इसलिए वहां राम लला का मंदिर बनेगा।

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