- डॉ। सूर्य कुमार शुक्ला का नया कारनामा, शासन में मचा हड़कंप

- मुख्य सचिव ने तलब कर लगाई फटकार, डीजी ने पेश की सफाई

- बरेली के डीएम द्वारा सोशल मीडिया पर टिप्पणी के बाद नया कांड

LUCKNOW : अक्सर विवादों में घिरे रहने वाले सीनियर आईपीएस डॉ। सूर्य कुमार शुक्ला ने एक बार फिर राज्य सरकार को सांसत में डाल दिया। छह दिन पूर्व लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने राम मंदिर निर्माण की शपथ ली जिसका वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने से ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मच गया। सीनियर आईपीएस की इस हरकत का शासन ने तुरंत संज्ञान लिया और मुख्य सचिव राजीव कुमार ने उन्हें तलब कर कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद प्रमुख सचिव गृह ने भी उनकी जमकर क्लास ली। बाद में उन्होंने इसे लेकर अपनी सफाई भी पेश की। ध्यान रहे कि डॉ। सूर्य कुमार शुक्ला होमगार्ड विभाग में डीजी के पद पर तैनात हैं।

आजम खान भी थे मौजूद

खास बात यह है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग में विगत 28 जनवरी को भारतीय समग्र विचार पृष्ठ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की कोशिशों में जुटे श्रीराम मंदिर निर्माण मुस्लिम कारसेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान भी शामिल थे। ध्यान रहे कि आजम खान सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद अचानक सुर्खियों में आए थे। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए तमाम जगहों पर पोस्टर लगवाए थे और विगत 21 अप्रैल को अयोध्या जाकर शिलापूजन भी किया था। इस दौरान उनके साथ गये लोग तीन हजार ईट भी लेकर गये थे। बाद में उन्होंने राज्य सरकार से सुरक्षा भी मांगी थी। उन्होंने दावा किया था कि कुछ लोग फोन पर उन्हें धमकियां दे रहे हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद बरेली के डीएम ने भी सोशल मीडिया पर टिप्पणी करके राज्य सरकार को मुसीबत में डाल दिया था।

डीजी ने दी सफाई

वहीं डीजी सूर्य कुमार शुक्ला ने इस प्रकरण पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने कार्यक्रम में कोई नारा नहीं लगाया था। कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोग भी राम मंदिर निर्माण करने की बात कह रहे थे। मैंने भी समझाया कि हिंदू-मुस्लिम आपस में मिलकर मंदिर का निर्माण कराना चाहते हैं तो इसमें हर्ज क्या है। यह सलाह तो सुप्रीम कोर्ट ने भी दी है। मंदिर निर्माण को लेकर शांति व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए।

योगी सरकार का नियंत्रण समाप्त

वहीं कांग्रेस ने इस मामले को लेकर कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद संवैधानिक संस्थाओं का राजनैतिककरण किया जा रहा है। इसका दुष्परिणाम है कि अब डीजी होमगा‌र्ड्स ने भी भाजपा के राजनैतिक कृत्यों में सुर मिलाना शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता सिद्धार्थप्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे क्रियाकलापों के कारण ही कासगंज की घटना घटी। डीएम बरेली के तथ्यपरक बयान से प्रदेश की सरकार की सांसे रुक गई। योगी सरकार का शासन-प्रशासन पर नियंत्रण समाप्त हो चुका है।

ये ली थी शपथ

हम सब रामभक्त, आज इस कार्यक्रम के दौरान ये संकल्प लेते हैं कि जल्द से जल्द राम मंदिर का भव्य निर्माण हो, जय श्री राम।