विलय को कैबिनेट ने मंजूरी दी
lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : गोमती नगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और डॉ.राम मनोहर लोहिया अस्पताल के विलय को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। साथ लोहिया इंस्टीट्यूट को एसजीपीजीआई के बराबर इसके बाद लोहिया इंस्टीट्यूट, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट की तर्ज पर एक विश्वविद्यालय बनेगा।

राज्यपाल होंगे कुलाधिपति

लोहिया इंस्टीट्यूट और लोहिया अस्पताल के विलय का प्रस्ताव 2015 में बना था। उसके बाद राज्यपाल ने इसमें संशोधन के लिए कहा था। बता दें कि संजय गांधी पीजीआई के अध्यक्ष मुख्य सचिव होते हैं। इस पर राज्यपाल का कोई दखल नहीं रहता है। अब नए संशोधन के तहत राज्यपाल इसके कुलाधिपति होंगे और मुख्य सचिव सभापति होंगे।

खुद बांट सकेगा डिग्री

पीजीआई के तर्ज अब लोहिया इंस्टीट्यूट राज्य अधिनियम के तहत विश्वविद्यालय होगा। इससे यह अपनी डिग्री खुद बांट सकेगा। अब तक लोहिया इंस्टीट्यूट एमबीबीएस सहित अन्य कोर्सेज के लिए केजीएमयू से संबद्ध था।

बाद में होगा फैसला
कैबिनेट के फैसले के बावजूद अब तक लोहिया अस्पताल के डॉक्टर्स का भविष्य तय नहीं हो सका है। लोहिया इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो। दीपक मालवीय ने बताया कि लोहिया अस्पताल के जो भी डॉक्टर एमसीआई के नियमों को पूरा करते होंगे उन्हें फैकल्टी बनने का मौका मिलेगा। इसके लिए शासन के निर्देश पर आगे काम किया जाएगा।

लोहिया में मुफ्त इलाज पर संकट

नीतीश कुमार ने PM मोदी को लिखा खत, इन वजहों से मांगा राम मनोहर लोहिया के लिए 'भारत रत्न'

National News inextlive from India News Desk