फर्जी संतों के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में कदम उठाएगा अखाड़ा परिषद
ALLAHABAD: राम-रहीम को संत कहना संतों का अपमान है। वह न किसी संप्रदाय से है, न अखाड़ा से। किसी परंपरा से भी उनका वास्ता नहीं है, फिर उसे संत क्यों कहा जा रहा है? यह बात डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को जेल भेजने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कही।
बहुरूपिया संत जनता को ठग रहे
उन्होंने कहा कि राम रहीम की तरह अभी अनेक बहरूपिया संत बनकर सनातन धर्मावलंबियों को ठग रहे हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। फर्जी संतों के खिलाफ वह लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि दस सितंबर को प्रयाग में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक होनी है, इसमें अर्द्धकुंभ के साथ फर्जी संतों पर रोक लगाने पर चर्चा करके प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बोले
चंद सालों के भीतर राम रहीम के पास कहां से आया इतना धन
देश भर के ऐसे साधू-संतों की सम्पत्ति की जांच की जानी चाहिए
राम रहीम के कृत्य से संत समाज हुआ आहत
यह बेहद संवेदनशील मामला है, साक्षी महराज का बयान शर्मनाक
अगले महीने बुलाएंगे अखाड़ा परिषद की आपात बैठक
साधु-संतों के लिए तैयार की जाएगी आचार संहिता