- टीबी मुक्त भारत के सपने को हेल्थ डिपार्टमेंट लगा रहा पलीता

- सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद लिया गया सैंपल

बरेली : शासन से लेकर प्रशासन 2021 तक देश को टीबी मुक्त बनाने को लेकर प्रयासरत है लेकिन यहां जिस विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है वही शासन की मंशा को पलीता लगा रहा है। थर्सडे को टीबी की जांच के लिए आए एक पेशेंट को तीन घंटे तक विभागीय कर्मचारियों ने भटकाया, जब वह भागते-भागते परेशान हो गया तो उसने विभाग के आलाधिकारियों के साथ ही सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की। शिकायत सीएम तक पहुंची तो पांच मिनट में ही पेशेंट का सैंपल ले लिया गया। हालांकि इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह बाद ही मिल सकेगी।

क्या है पूरा मामला

प्रेमनगर के गुलाबनगर मोहल्ला निवासी वरुन मिश्रा को कई दिनों से खांसी की समस्या बनी हुई थी। उन्होने एक निजी डॉक्टर की सलाह ली तो डॉक्टर ने उन्हें सीबी नात टेस्ट की सलाह दी, जिससे पता चल सके कि उन्हें टीबी की बीमारी तो नहीं है। वह थर्सडे सुबह करीब साढ़े दस बजे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल स्थित सेंटर पर सैंपल देने पहुंचे तो वहां मौजूद कर्मचारी ने उनसे कहा कि थोड़ी देर में आओ, वह जब आधे घंटे बाद पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। इसके बाद वह साढ़े ग्यारह बजे के करीब फिर सेंटर पर पहुंचे तो कर्मचारी ने कहा जो सैंपल लेते हैं वह आने वाले है थोड़ा वेट और करो, वह थोड़ी देर बाद जब फिर गए तो सैंपल लेने वाले कर्मचारी ने कहा कि अभी मैं काम में व्यस्त हूं, एक घंटे बाद आना। इस पर वरुन की कर्मचारी से तीखी नोकझोंक भी हुई। वरुन सीधे सीएमओ डॉ। विनीत कुमार शुक्ला ने मिले और शिकायत की। इस पर सीएमओ ने उन्हें एडीएसआईसी के पास भेजा। वरुन एडीएसआईसी के पास पहुंच और पूरे मामले की शिकायत की लेकिन उन्होने कर्मचारी कम होने की तर्क दिया। इस पर वरुन ने सीएम पोर्टल पर शिकायत की और यह बात एडीएसआईसी को बताई, शिकायत की बात सुनते ही उन्होंने फौरन संबंधित कर्मचारी को बुलाकर वरुन का सैंपल लेने को साथ में भेजा। तब तक 1 बज चुका था।

यहां तो दम तोड़ रहे टीबी रोगी

शासन-प्रशासन भले ही टीबी रोगी घर-घर खोजने को व्यापक अभियान चलाने का दावा कर रहा हो, लेकिन यहां हालात बदतर हैं, पिछले दो माह में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के टीबी वार्ड में तीन पेशेंट्स की मौत हो चुकी है।

मरीज ने सैंपल लेने में देरी करने की शिकायत की थी, मेरे पास जब मरीज शिकायत करने आया तो फौरन कर्मचारी को सैंपल लेने का आदेश दिया वहीं कर्मचारी को कड़ी फटकार लगाते कार्रवाई को चेताया है।

डॉ। टीएस आर्या, एडीएसआईसी।