ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : रांची से जैंतगढ़ नेशनल हाईवे 75 ई सड़क फोरलेन होगी। विभाग की ओर से इसका डीपीआर तैयार कर केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है। कुछ दिन पूर्व इसके लिए सर्वे का काम भी किया गया था। फोरलेन सड़क बन जाने से राजधानी पहुंचने में आसानी होगी जिससे विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ेगी। इसके लिए राष्ट्रीय उच्च्च पथ विभाग भी तैयारी कर रहा है। विभाग की ओर से बताया गया कि केन्द्र सरकार की ओर से निर्देश मिलने के बाद ही इसका कार्य शुरु कर दिया जायेगा।

जमीन का होगा अधिग्रहण

फोरलेन सड़क निर्माण से काफी जमीन भी अधिग्रहण की जाएगी। इसके लिए केन्द्र सरकार मुआवजा भी रैयतों को देगी। इसके अलावा नेशनल हाईवे के अंदर में आने वाले जिला के दोनों प्रमुख शहर चाईबासा व चक्रधरपुर के किनारे से बाईपास सड़क निकालने भी योजना बनाई जा रही है। इससे लंबी दूरी के वाहन ओडिशा से सीधे पश्चिम सिंहभूम होते हुए राजधानी रांची में प्रवेश करेंगे।

टेबो घाटी की बदल जाएगी सूरत

फोरलेन सड़क निर्माण से टेबो घाटी की शक्ल भी पूरी तरह बदल जाएगी। वर्तमान में घाटी क्षेत्र काफी संकरा होने की वजह से आये दिन दुर्घटना होते रहती है। इसके अलावा नक्सलियों का खौफ की वजह से लोग शाम के बाद जाना ही पसंद नहीं करते हैं। फोरलेन सड़क बन जाने से घाटी क्षेत्र में लोग बेधड़क आ जा सकते हैं।

चाईबासा व चक्रधरपुर में बाइपास

- नेशनल हाईवे 75 ई सड़क चक्रधरपुर व चाईबासा शहर के बीच से होकर गुजरता है। इस कारण दोनों शहर में प्रशासन को दिन में नो इंट्री लगानी पड़ती है। नो इंट्री लगे होने के कारण ट्रक 10 से 12 घंटे तक शहर के बाहर नो इंट्री खुलने का इंतेजार करते हैं। चाईबासा की बाईपास सड़क टाटा चाईबासा बाईपास से सीधा सरायकेला मोड़ शहर के बाहर जोड़ने की योजना है। उसी प्रकार चक्रधरपुर शहर के बाहर से बाईपास सड़क बोड़दा पुल के पास निकालने की योजना बनाई गई है।