RANCHI: महिलाओं की शिकायत को थाना पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। यही कारण है कि महिलाओं से जुड़े मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। कुछ मामले तो इतने गंभीर साबित हो रहे हैं कि विक्टिम महिला आत्महत्या तक करने की कोशिश कर डाली है। मई में एक महिला ने पुलिस से तंग आकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। महिला का छह माह पहले यौन शोषण हुआ था, उसकी अश्लील तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। इसकी शिकायत पीडि़ता ने थाने में की थी, लेकिन शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। महिला हर दिन थाने का चक्कर लगा लगाकर परेशान होती रही और अंत में खुदकुशी का प्रयास किया।

पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिला ने पुलिस के वरीय अधिकारियों को जांच के दौरान बयान देते हुए बताया है कि वह फरियाद लेकर कोतवाली थाना गयी लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं सुनी। उसने पुलिस को चेतावनी दी कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी, तो खुदकुशी कर लेगी। इसके बाद उसने बड़ा तालाब में छलांग लगाने का प्रयास किया, लेकिन वहां पीसीआर पहुंच गई और महिला को बचा लिया था।

तबादले के बाद भी बने थे आईओ

हिंदपीढ़ी थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर दीपक कुमार को मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। उन्होंने न तो मामले की जांच की और न ही कोई कार्रवाई। तबादले से पहले थानेदार ने आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया, तबादला होने के पांच महीने बाद भी केस की फाइल अपने कब्जे में ही रखा था।

महिला थाने में दर्ज है एफआईआर

पीडि़ता से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के रहने वाले डेविड नामक युवक ने फेसबुक के माध्यम से दोस्ती की। कई दिनों तक बातचीत करने के बाद भावनात्मक रूप से कब्जे में लिया। युवक ने इसके बाद रांची के मेन रोड स्थित एक होटल में आकर कई बार संबंध भी बनाए।

अश्लील तस्वीरें ली

आरोपी डेविड ने पीडि़ता की अश्लील तस्वीरें भी ली थीं, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसके बाद पीडि़ता ने महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। आइटी एक्ट का मामला होने की वजह से मामले के आईओ हिंदपीढी के तत्कालीन थानेदार दीपक कुमार बनाए गए थे। इसके बाद से पीडि़ता लगातार आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर थाने का चक्कर काट रही थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।