क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:तीन साल से राजधानी की हवा में वाई फाई के प्लान की घोषणा तैर रही है लेकिन सिटी को अब तक वाई फाई नहीं किया जा सका है. 14 जुलाई 2016 रांची के कॉरपोरेट, यूनिवर्सिटीज, कॉलेज में काम करने और पढ़ने वाले युवाओं और स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज का दिन था. घोषणी की गयी कि रांची शहर वाई-फाई सिटी हो जाएगा. वे कहीं भी कभी भी नेट सर्फिंग कर पायेंगे. दुनिया से जुड़ने में आसानी होगी और दुनिया उनकी मुट्ठी में होगी. सरकार ने 14 जुलाई को इस पर फैसला लिया था. इसके लिए सूचना एवं तकनीकी विभाग की ओर से काम शुरू करने का दावा भी ठोक दिया गया. शहर भर में वाई-फाई हॉट स्पॉट की सुविधा देने के लिये एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट की निविदा भी मांगी गयी थी. दावा किया गया कि योजना को एक साल में पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन आज तीन साल पूरे हो गये इस घोषणा के, लेकिन रांची शहर वाई-फाई सिटी नहीं बन पाया.

पहले आधे घंटे फ्री फैसिलिटी

योजना के तहत तत्कालीन आईटी सचिव सुनील वर्णवाल ने कहा था कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत रांची में जगह-जगह वाई-फाई हॉट स्पॉट की सुविधा मिलेगी. लोग आसानी से इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे. पहले आधे घंटे तक मुफ्त इंटरनेट की सुविधा दी जाएगी और उसके बाद से शुरू होने वाले समय में इस्तेमाल किये जाने वाले इंटरनेट की सुविधा के लिये बेहद मामूली शुल्क लिया जाएगा. लोगों को हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा से जोड़ने के लिए ही ये सेवा शुरू करने की बात थी. लेकिन गंभीर बात यह है कि आज भी शहर में इंटरनेट का कनेक्शन काफी खराब है. कई इलाकों में तो कई टावर लगा दिए गए हैं लेकिन इंटरनेट सेवा काफी धीमी और लचर है.

पार्क व चौक-चौराहों तक सुविधा नहीं

पहले फेज में पार्क व चौक-चौराहों पर वाई फाई की सुविधा शुरू करने का प्लान किया गया था. तीन साल का वक्त बीत गया और वाई-फाई सिटी के पार्क व चौक चौराहों तक पहुंच ही नहीं पाई. सारी योजना कागजों में कैद होकर रह गई है.

वाई फाई की सुविधा ऐसे कर सकेंगे एक्सेस

यूजर अपने मोबाइल, लैपटॉप या अन्य एनेबल्ड डिवाइस से वाई-फाई ऑप्शन में जाकर कनेक्ट करेंगे तो आधिकारिक पेज खुलते ही एक यूनिक कोड फ्लैश होगा. उस कोड को विशेष नंबर पर मैसेज करना होगा. कोड मैसेज करने पर उस आधिकारिक पेज पर हर आधा या एक घंटा तय समय सीमा के लिए यूजर इंटरनेट एक्सेस कर सकेंगे. इसके बाद सुविधा का लाभ उठाने के लिए पैसा देना पड़ सकता है. परमानेंट कनेक्टिविटी के लिए पेमेंट मोड का विकल्प लिया जा सकता है. दिन में चार बार आधा घंटा तय समय सीमा के लिए इसे फ्री करने का प्लान ताकि यूजर के द्वारा हर आधा घंटे में लॉग इन करने से सिक्योरिटी भी बेहतर हो सके.