बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा रानी मुखर्जी के पिता 84 वर्षीय राम मुखर्जी का रविवार को मुम्बई में निधन हो गया था। मुम्बई में ही अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियों का विसर्जन करने के लिए रानी मुखर्जी और भाई राजा मुखर्जी सोमवार को इलाहाबाद पहुंचे। संगम में रानी मुखर्जी व परिजनों की मौजूदगी में बनारस के पुरोहित ने पिता की अस्थियां विधि-विधान से विसर्जित कराई।

 

किला घाट से हायर की बोट

रानी मुखर्जी और उनके परिजन इलाहाबाद में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। बनारस के पुरोहित के साथ सभी परिजन तीन इनोवा और एक पुलिस की स्कॉर्ट के साथ सुबह 10.30 बजे किला घाट पहुंचे। वहां से जल पुलिस की बोट में बैठकर रानी मुखर्जी, राजा मुखर्जी व अन्य संगम पहुंचे। यहां पुरोहित ने राम मुखर्जी की अस्थियों का विसर्जन विधि-विधान से कराया। बोट से वापस आकर दोपहर 12 बजे सभी परिजन गाडि़यों से सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। वहां से सभी अपने निजी चार्टड प्लेन से मुंबई के लिए रवाना हो गए।

 

देखें कोई फोटो ना लेने पाए

रानी मुखर्जी और उनके परिजनों के साथ पुलिस के जवान भी मौजूद रहे। उनमें से एक राजेन्द्र पांडे ने बताया कि अस्थियों के विसर्जन के बाद जब रानी मुखर्जी किला घाट पहुंची तो कुछ लोगों ने उनकी तस्वीर को अपने कैमरे में कैद करने का प्रयास किया। इस पर रानी मुखर्जी ने स्पष्ट कहा कि आप लोग देखिए कोई फोटो ना लेने पाए। इसके बाद एक इनोवा में रानी मुखर्जी बैठीं और एयरपोर्ट जाने से पहले गाड़ी का शीशा उठाकर पुलिस वालों का अभिवादन स्वीकार किया।