कंपनी बाग से कार से छात्रा को उठाकर ले जा रहा एक युवक गिरफ्तार, दो भाग निकले

पड़ोसी होने से पहली बार खामोश रह गई छात्रा ने किया विरोध तो खुली पोल

ALLAHABAD: पड़ोसी गांव का मामला था। छात्रा ने लोक-लाज, पड़ोस और पढ़ाई बंद करा दिए जाने के डर से एक बार हुई हरकत पर खामोशी क्या ओढ़ी, शोहदे का हौसला बुलंद हो गया। रेप कर चुके शोहदे ने इस बार गैंग रेप प्लान कर लिया और योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए छात्रा का अपहरण कर लेने में भी सफल हो गया। लेकिन, इस बार छात्रा ने खामोशी तोड़ दी तो शोहदों का हौसला पस्त हो गया। एक को पुलिस ने पीछा करके पकड़ लिया तो दो को भागना पड़ गया। पुलिस ने गाड़ी के साथ एक शोहदे को हिरासत में ले लिया है तबकि उससे मिले दो अन्य के पते-ठिकाने पर छापेमारी शुरू कर दी है।

कंपनी बाग के सामने से उठाया

घटना की शिकार बनी छात्रा मूलरूप से सोरांव की रहने वाली है। उसके पिता किसान हैं। वह अपनी बेटी को बेहतर भविष्य देने के लिए पढ़ाने में कोई संकोच नहीं कर रहे हैं। बेटी ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है और वर्तमान में पीजी की छात्रा है। वह रोज सोरांव से अप-डाउन करती है। छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार को टैंपो से इलाहाबाद आई थी। दिन में कुछ वक्त खाली मिला तो वह अलोपीबाग में रहने वाली मौसी के घर जाने के लिए निकली थी। हिंदू हॉस्टल के पास टेंपो वाले ने उसे उतार दिया। तो वह दूसरा टेंपो पकड़ने के लिए हनुमान मंदिर चौराहे की तरफ पैदल जा रही थी। छात्रा ने बताया कि वह कंपनी बाग के मुख्य गेट पर पहुंची थी, तभी कार पर सवार तीन युवकों ने उसे घेरकर जबरन कार में बैठा लिया।

छात्रा की चीख सुनकर जुटी पब्लिक

अपने को युवकों से घिरा देख छात्रा जोर जोर से चिल्लाने लगी। राहगीरों की नजर कार पर पड़ी तो वह छात्रा की मदद के लिए दौड़ पडे। पब्लिक ने ललकारा तो कार सवार युवक तेजी से निकल गए। मौके पर खड़े मोनू नामक युवक ने सौ नम्बर पर पुलिस को इसकी सूचना दे दी। खबर मिलते ही पीआरवी 107 के चालक इंद्रकेश सिंह, चालक दिनेश ओझा, अशोक दुबे, बिरजू राम व अमलूब अहमद की टीम ने कार का पीछा कर लिया। यात्रिक होटल पर पहुंचते ही कार को घेर लिया गया। अपने को पुलिस से घिरा देख, दो युवक कार से कूद कर भाग निकले। पुलिस ने कार चालक को मौके से दबोच लिया। मौके पर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस युवक को पकड़कर थाने ले आई।

छात्रा से किया था दुष्कर्म

पुलिस की पूछताछ में छात्रा ने बताया कि पड़ोसी गांव का रहने वाला जियाउल हक नामक युवक ट्रेवल एजेंसी में काम करता है। जियाउल से उसका परिचय कंपनी में काम करने के दौरान हुआ था। पड़ोसी जानने के बाद जियाउल ने उससे नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की। वह अक्सर उसका पीछा और परेशान करता था। छात्रा के अनुसार 25 नवंबर 2016 को जियाउल हक घर तक छोड़ देने का वादा करके अपने साथ ले गया और फाफामऊ में जबरन दुष्कर्म किया था। लोक लाज के डर से उसने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी। इसके बाद जियाउल अक्सर उसे रास्ते में रोक लेता और धमकी भी देता कि तुमने दुष्कर्म की बात किसी को बताई तो जान से मार दूंगा। इससे वह बुरी तरह से डर गई थी।

सोरांव से कर रहा था पीछा

पुलिस को पूछताछ में छात्रा ने बताया कि वह सोरांव से टेंपो में सवार हुई। कुछ दूर आगे जाने पर जियाउल हक ने हाथ देकर टैम्पो को रोकवाया और बगल की सीट पर आकर बैठ गया। पुलिस को पता चला है कि टैम्पों में बैठने के दौरान ही जियाउल ने अपने दोस्तों को फोन करके सिविल लाइंस कम्पनी बाग गेट पर बुलाया था। छात्रा कंपनी बाग के पास पहुंची, तो उसे जबरन कार में खींच लिया।

मोरहू निवासी जियाउल को पकड़ लिया गया है। उसके साथी अतीक व जाहिद की तलाश की जा रही है। इन सभी के खिलाफ छेड़खानी, दुष्कर्म, बंधक बनाना व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

-मनोज कुमार तिवारी,

इंस्पेक्टर सिविल लाइन