थाने पहुंची पीडि़ता

शपथ पत्र लेकर थाने पहुंची पीडि़ता को देखकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई। उसे अदालत में 164 के बयान दर्ज कराने के लिए ले जाया गया, लेकिन देरी के कारण बयान नहीं हो सके। बाद में पुलिस उस पर 182 की कार्रवाई के लिए अदालत में अर्जी डालने की तैयारी कर रही है।

दिया शादी का झांसा

नौचंदी थाने के नेहरू नगर निवासी युवती एक निजी मेडिकल कॉलेज की स्टाफ नर्स है। उसने आरोप लगाया था कि सहारनपुर के देवबंद थाना क्षेत्र के गांव नगली निवासी मोनू कुमार ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दरअसल, मोनू तीन वर्ष पहले योगा क्लासेज चलाता था। उसके साथ पीडि़ता ने भी योगा में सहयोग करना शुरू कर दिया। दोनों में प्यार हो गया।

शादी से किया इनकार

तीन साल तक इश्क चलने के बाद स्टाफ नर्स दो माह की प्रेगनेंट हो गई, जिस पर उसने योग गुरुमोनू से शादी करने की जिद की। मोनू मुकर गया तो पीडि़ता ने मामले की रिपोर्ट महिला थाने में नौ दिसंबर को दर्ज करा दी। शनिवार को पीडि़ता मांग में सिंदूर भरने के बाद अपने वकील को साथ लेकर थाने पहुंच गई। महिला एसओ को शपथ पत्र देकर कहा कि उसने मोनू से शादी रचा ली है। शपथ पत्र में लिखा था कि परिजन दोनों से नाराज थे। उन्होंने जबरदस्ती पीडि़ता के हस्ताक्षर कराकर मुकदमा लिखा दिया। वहीं मौखिक तर्क दिया कि दो माह के गर्भ से होने के कारण दोनों के परिवार के लोगों ने आपस में वार्ता करने के बाद दोनों की शादी रचा दी। महिला एसओ ने शपथ पत्र लेकर अदालत में उसके 164 सीआरपीसी के तहत बयान कराने के लिए ले गई, लेकिन देरी होने से शनिवार को बयान दर्ज नहीं हो सका।

"नौ दिसंबर को जान से मारने की धमकी देते हुए दुष्कर्म करने का मामला स्टाफ नर्स ने दर्ज कराया था। 10 दिन बाद आरोपी से शादी रचाने का शपथ पत्र लेकर वह आई है। उसके 164 सीआरपीसी के बयान कराए जाएंगे। साथ ही झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में पीडि़ता पर 182 आईपीसी की कार्रवाई की जाएगी."

रीता शुक्ला, निरीक्षक, महिला थाना।