- ट्रेन में भीड़ से वेंडर नहीं कर सकेंगे ओवरचार्जिग

- शिकायत बढ़ने पर रेलवे हर ट्रेन में कर रहा इंतजाम

<- ट्रेन में भीड़ से वेंडर नहीं कर सकेंगे ओवरचार्जिग

- शिकायत बढ़ने पर रेलवे हर ट्रेन में कर रहा इंतजाम

GORAKHPUR: GORAKHPUR: रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन में खान-पान सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं। ट्रेनों में लगे पेंट्रीकार से यात्रियों को भोजन, नाश्ता-पानी दिया जाता है। लेकिन ट्रेन के भीतर वेंडर मनमाने ढंग से यात्रियों से रुपए वसूल करते हैं। सात रुपए की चाय क्0 रुपए में बेचकर अवैध तरह की वसूली की जाती है। इसी तरह से बोतल बंद पानी, समोसा, ब्रेड, बिस्कुट सहित अन्य सामान की भी अधिक कीमत ली जाती है। यात्रियों के सवाल करने पर तरह-तरह के बहाने बनाकर वेंडर झिड़क देते हैं। यात्रा के दौरान भूख-प्यास लगने पर लोग वेंडर से सामान खरीदते हैं।

मजबूरी में देने पड़ते हैं ज्यादा पैसे

वेंडर के मनमाना रेट वसूलने से कई बार पैसेंजर्स और वेंडर के बीच हॉट-टॉक होती है। ट्रेन के भीतर वेंडर की दादागिरी को बर्दाश्त करके लोग सामान खरीद लेते हैं। असली समस्या तब आती है जब बच्चे किसी सामान के लिए जिद करने लग जाते हैं। ऐसे में लोगों की मजबूरी होती है कि वेंडर के दर पर सामान खरीदकर बच्चों को दें। दो माह के भीतर इस संबंध में करीब ढाई सौ शिकायतें आईआरसीटीसी को मिली हैं। यात्रियों की समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने रेट लिस्ट लगाने का प्रबंध किया है। स्टीकर हर कोच में हर बर्थ के पास चस्पा किया जाएगा। इस पर हेल्प नंबर लिखा जाएगा ताकि प्रॉब्लम आने पर यात्री शिकायत दर्ज करा सकें।

क्या होती है समस्या

- ट्रेन में वेंडर चीजों का मनमाना रेट वसूलते हैं।

- वेंडर किसी भी यात्री को मीनू कार्ड भी उपलब्ध नहीं कराते।

- एमआरपी से अधिक दर पर सामान बेचने को अक्सर कहासुनी होती है।

- मीनू और रेट कार्ड न होने से पैसेंजर्स किसी वस्तु की दर का आंकलन नहीं कर पाते हैं।

- शिकायत करने पर आरपीएफ और जीआरपी भी तरह-तरह के बहाने बनाकर मामला टालती है।

इन नंबरों पर करें शिकायत

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन में मनमानी रोकने के लिए हेल्प लाइन नंबर दर्ज किया जाएगा। रेलवे के क्फ्9 और क्8ख् नंबर्स पर शिकायत करके पैसेंजर्स किसी भी सामान की अधिक कीमत वसूलने के संबंध में शिकायत दर्ज करा सकेंगे।