- अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति से हुई लूट में रहा शामिल

- नायडू गैंग का सक्रिय अपराधी था रवि भूरा

- एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में दी जानकारी

Meerut । पल्लवपुरम पुलिस ने शुक्रवार को मुठभेड़ के दौरान एक लाख के ईनामी बदमाश रवि उर्फ भूरा को दबोच लिया। दोनो ओर से हुई फायरिंग में रवि उर्फ भूरा घायल हो गया। बताते हैं कि बीते तीन दिन पहले दिल्ली के कुख्यात शक्ति नायडू और कंकरखेड़ा पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान रवि उर्फ भूरा फरार हो गया था। शुक्रवार को पल्लवपुरम पुलिस के साथ उसकी भिड़ंत हो गई। हालांकि, उसके तीन साथी मौके से फरार हो गए। यह जानकारी एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

भारी मात्रा में मिले हथियार

प्रेस वार्ता के दौरान एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि घायल बदमाश के पास से बिना नंबर की एक क्रेटा कार और भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। गौरतलब है कि भूरा के साथी दिल्ली के शातिर डेढ़ लाख के इनामी गैंग लीडर शक्ति नायडू को मेरठ पुलिस तीन दिन पहले ही मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है।

सूचना पर की घेराबंदी

उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को रजपुरा निवासी बॉबी के घर के बाहर बिना नंबर की सिल्वर कलर की एक क्रेटा कार में बदमाशों के खड़े होने की सूचना मिली। इसके बाद एसएसपी अजय साहनी, एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह, सीओ दौराला जितेंद्र कुमार और इंस्पेक्टर पल्लवपुरम सहित कई थानों की फोर्स ने बदमाशों की घेराबंदी की। एडीजी ने बताया कि पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान तीन बदमाश कार से उतरकर फरार हो गए। जबकि फायरिंग थमने पर कार में एक घायल बदमाश मिला। पूछताछ के दौरान बदमाश ने अपना नाम रवि मलिक उर्फ भूरा निवासी जीवन पार्क कॉलोनी दिल्ली बताया।

पहले हो गया था फरार

एडीजी ने बताया कि तीन दिन पहले जब कंकरखेड़ा पुलिस ने आर्क सिटी कॉलोनी में दिल्ली के शातिर शक्ति नायडू को मुठभेड़ में ढेर किया था। उस समय भूरा नायडू के साथ ही था, जो चकमा देकर भाग निकला था। भूरा के पास से पुलिस को इटली मेड 32 बोर की पिस्टल, कारतूस, एक दर्जन मोबाइल बरामद हुए हैं।

पूछताछ में उगले राज

घायल बदमाश रवि मलिक ने पूछताछ में कई अपराध कबूले। उसने बताया कि 30 जनवरी 2020 को वैष्णो धाम कॉलोनी थाना कंकरखेड़ा स्थित रितुराज के ऑफिस में बैठकर अपने अन्य साथी बदमाश तिलक राज, शिव शक्ति नायडू, हनी व दो अज्ञात बदमाशों द्वारा बिजनौर में तैनात इंस्पेक्टर विपिन कुमार की और विपिन चौधरी प्रॉपर्टी डीलर निवासी शामली की हत्या की योजना बनाई थी।

गैंग में हो गया था विवाद

इसके साथ ही साउथ दिल्ली गैंगस्टर शिव शक्ति नायडू ने ललित नेगी, एसीपी दिल्ली की भी हत्या करने की योजना बनाई थी। उसने बताया कि एसीपी दिल्ली ललित नेगी की हत्या की बात को लेकर गैंग में आपस में विवाद हो गया था। इस कारण 30 जनवरी को ही कुछ दूर ले जाकर कंकरखेड़ा में अपने ही साथी हनी पुत्र महेश की हत्या कर दी थी। दूसरे साथी तिलकराज को गोली मारकर घायल कर दिया था। रवि मलिक उर्फ भूरा वांछित चल रहा था। जिस पर एक लाख रूपये का ईनाम था। जिसको मुठभेड़ में दबोच लिया गया।

नायडू का राइट हैंड है भूरा

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि कुख्यात भूरा शक्ति नायडू का राइट हैंड था। वह दिल्ली में फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा से दिल्ली के लाजपत नगर में 2014 में हुई आठ करोड़ की लूट में शामिल रह चुका है। 2017 कड़कड़डूमा कोर्ट में जेल से छुन्नू बदमाश को पुलिस अभिरक्षा में हत्या करने का प्रयास किया था। जिसने एस्कोर्ट में लगे मुख्य आरक्षी रण सिंह मीणा को गोलियों से छलनी कर दिया था। शिव शक्ति नायडू जेल से पैरोल पर आने के बाद से फरार था। उसके पश्चात से दिल्ली पुलिस उसके और उसके गैंग के पीछे पड़ी हुई थी। इस कारण शिव शक्ति नायडू अपनी गतिविधियां पश्चिम यूपी में बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर दिल्ली जैसा अपने नाम आतंक कायम करना चाहता था। इस गैंग द्वारा बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के लिए सरधना में 17 फरवरी 2020 को फाच्यूर्नर गाड़ी पर फायरिंग कर लूटी थी। जिसमें विशाल चौधरी घायल हुआ था। इस गैंग द्वारा किसी घटना को अंजाम दिया जाता इसके पहले ही 18 फरवरी 2020 को पल्लवपुरम के आर्क सिटी में हुई पुलिस मुठभेड़ में शिव शक्ति नायडू घायल हो गया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मुठभेड़ के पश्चात रवि मलिक उर्फ भूरा यहां से फरार हो गया था और आर्क सिटी की घटना के बाद रवि मलिक उर्फ भूरा वेस्ट यूपी, दिल्ली और आसपास अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहता था।

ये चल रहे फरार

1. पिंटू बांगली

2. नितिन सैदपुरिया

ये हुआ बरामद

- एक जर्मन की .32 बोर की पिस्टल

- बिना नंबर की क्रेटा

- दो कारतूस

- एक दर्जन मोबाइल

- दो डोंगल