नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह शहर में पूरी तरह से फुल लॉकडाउन लगाने के लिए तैयार है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह सुझाव दिया कि अगर एनसीआर में भी लाॅकडाउन लगाया जाता है तो यह सार्थक होगा। राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त रुख अपनाए जाने के बाद, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सोमवार को मामूली सुधार देखा गया। राजधानी शहर में वायु गुणवत्ता के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी के निचले छोर पर पहुंच गई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 318 पर है।

वायु गुणवत्ता में दिखा मामूली सुधार

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), खासकर नोएडा और गुरुग्राम में प्रदूषण के स्तर में भी मामूली सुधार हुआ है। नोएडा ने 387 पर 'बहुत खराब' श्रेणी के ऊपरी छोर पर एक्यूआई दर्ज किया, जबकि गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है और अब यह 317 पर 'बहुत खराब' श्रेणी के निचले छोर पर पहुंच गया है। सफर के बुलेटिन में कहा गया, "प्रदूषकों को उत्सर्जित करने वाली मानवजनित गतिविधि में प्रतिबंधों के साथ दो दिनों के लिए लॉकडाउन का कार्यान्वयन, वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हो सकता है।

दो दिनों के लॉकडाउन का सुझाव

सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दो दिनों के लॉकडाउन का सुझाव दिया था। वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के कारण दिल्ली और हरियाणा में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सभी निर्माण गतिविधियां भी बंद कर दी गई हैं। सरकारी एजेंसियों के अनुसार, 0-50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर/खतरनाक के रूप में चिह्नित किया जाता है।

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